माधवनगर से एनआरसी को शिफ्ट किया ताकि 20 बेड का आईसीयू बनाया जा सके, फिर भी नहीं बनाया

ये है 100 बेड का कोविड-19 माधवनगर हॉस्पिटल यानी पूरा हॉस्पिटल कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए। यहां पर संचालित एनआरसी पोषण पुनर्वास केंद्र को चरक हॉस्पिटल में शिफ्ट किया ताकि यहां पर 20 बेड का नया आईसीयू बनाया जा सके और कोरोना के गंभीर मरीजों को भर्ती रखकर उन्हें इलाज दिया जा सके। एनआरसी में कुपोषित बच्चों को भर्ती रखकर इलाज दिया जाता है।

माधवनगर हॉस्पिटल को कोविड-19 हॉस्पिटल में बदले जाने के बाद भी यहां पर 20 बेड का आईसीयू संचालित होना तो दूर अभी तक इसका कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है, जबकि यहां पर 20 बेड का आईसीयू प्रस्तावित है। हालांकि अस्पताल प्रशासन का तर्क है कि गंभीर मरीजों के इलाज के लिए 14 बेड का आईसीयू संचालित हो रहा है। 20 बेड का नया आईसीयू बनाया जाना प्रस्तावित है। आरडी गार्डी मेडिकल कालेज में मरीजों का ठीक से इलाज नहीं होने और लापरवाही के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया था कि माधवनगर हॉस्पिटल को ही कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया जाए ताकि यहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती रखा जा सके और गंभीर मरीजों को आईसीयू में रखकर इलाज दिया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव और आयुक्त तथा एम्स की टीम ने माधवनगर हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था और सभी आवश्यक संसाधन जुटाने के आदेश दिए थे। उसके बाद यहां पर सेंट्रल ऑक्सीजन लाइन डाली गई व आइसोलेशन वार्ड बनाकर कोविड-19 हॉस्पिटल को शुरू किया गया। प्रोटोकॉल के तहत 20 बेड का आईसीयू होना चाहिए।

 

अस्पताल में ये कार्य हुए

  • सेंट्रल ऑक्सीजन लाइन डाली गई।
  • मरीजों की कोरोना जांच के लिए एक ट्रू नॉट मशीन लगाई।
  • नौ वेंटिलेटर लगाए गए।
  • पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराए गए।
  • 20 बायोपैप मशीन लगाई गई।

 

ये कार्य होना बाकी

  • 20 बेड का नया आईसीयू बनाया जाना है।
  • एक और ट्रू नॉट मशीन लगाई जाना है।
  • 10 वेंटीलेटर और उपलब्ध कराए जाना है।
  • अतिरिक्त एंबुलेंस की व्यवस्था करना है।

 

100 बेड का हॉस्पिटल फिर भी मेडिकल कॉलेज भेज रहे मरीज

स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी आवश्यक संसाधन जुटाकर माधवनगर हॉस्पिटल को कोविड-19 हॉस्पिटल में बदला गया है। 100 बेड का हॉस्पिटल होने के बावजूद यहां से कोरोना पॉजिटिव मरीजों को आरडी गार्डी मेडिकल काॅलेज भेजा जा रहा है। यहां पर प्रत्येक पेशेंट के हिसाब से शासन को भुगतान करना पड़ रहा है। माधवनगर हॉस्पिटल में 30 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 22 पॉजिटिव हैं।

 

14 बेड का आईसीपयू संचालित हो रहा, गंभीर मरीज शिफ्ट कर रहे

कोविड-19 माधवनगर हॉस्पिटल में सभी आवश्यक सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध हैं। 20 बेड का आईसीयू बनाया जाना भी प्रस्तावित है। हालांकि अभी 14 बेड का आईसीयू संचालित हो रहा है। गंभीर मरीजों को ही मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर रहे हैं।

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