- उज्जैन में मुन्ना भाई MBBS की गैंग सक्रिय! 10वीं-12वीं प्री-बोर्ड के पेपर 2 घंटे पहले लीक, सोशल मीडिया पर हुए वायरल; शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल।
- मदिरा प्रेमियों को बड़ा झटका! मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थलों पर जल्द लागू होगी शराबबंदी, CM यादव ने की घोषणा
- मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा का स्थापना दिवस आज, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दी बधाई...
- भस्म आरती: भगवान महाकाल का पंचामृत कर सालासर बालाजी स्वरूप में किया गया दिव्य श्रृंगार!
- धार्मिक नियमों की उड़ाई धज्जियाँ! महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा चूक: युवक ने बिना अनुमति गर्भगृह में प्रवेश किया, शिवलिंग को किया नमन...
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किए बाबा महाकाल के दर्शन
उज्जैन. महाकाल मंदिर और उज्जैन के विकास के लिए 300 करोड़ रुपए स्वीकृत करने के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ बाबा महाकाल के दर्शन को मंदिर पहुंचे। उनके साथ मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी थे। बाबा के दर्शन के बाद उन्होंने कहा मप्र की पहचान बाबा महाकाल से है। हम ऐसी योजना बना रहे हैं कि श्रद्धालु यहां केवल दर्शन को ना आएं अपितु दो-तीन उज्जैन में गुजारें भी।
सीएम कमलनाथ ने बाबा महाकाल के दर्शन के बाद मीडियो से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश की पहचान बाबा महाकाल से है। बहुत ज्यादा आवश्यकता थी कि महाकाल का सौंदर्यीकरण हो। व्यवस्थित रूप से यहां की योजना बने। मैंने उज्जैन विकास के लिए 300 करोड़ की योजना बनाई है। योजना के पब्लिसिटी की चिंता नहीं है मुझे, चिंता है तो इसके क्रियांवयन की।
मुख्यमंत्री ने कहा – बहुत दिनों से मेरी तमन्ना थी कि महाकाल और पूरे उज्जैन के लिए कुछ किया जाए, क्योंकि उज्जैन की पहचान भी महाकाल से ही है। हमारी योजना उज्जैन में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने की है। यहां लोग दर्शन करने बस नहीं आएं, यहां दो तीन दिन रुकें भी। हर साल आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वहीं मीडिया द्वारा रतुल पुरी पर हुई एफआईआर को लेकर सवाल किया गया तो मुख्यमंत्री बिना जवाब दिए ही चले गए।