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योगी सरकार का पत्र, उज्जैन की एयरवेज कंपनी से वसूलो 1.40 करोड़
उज्जैन | उत्तरप्रदेश की योगी सरकार का एक पत्र उज्जैन कलेक्टर को आया है, जिसमें पायलट ट्रेनिंग के नाम पर उज्जैन की एक एयरवेज कंपनी द्वारा ली गई फीस चक्रवृद्धि ब्याज सहित वसूलने को कहा गया है, जो 1.40 करोड़ रुपयों से अधिक है। इस पत्र के आने के बाद उज्जैन प्रशासन के अफसर कंपनी के 12 ट्रेनी प्लेन जब्त करने की तैयारी में जुट गए हैं।
उत्तरप्रदेश के समाज कल्याण विभाग ने दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत सीपीएल (कमर्शियल पायलट लाइसेंस) ट्रेनिंग कोर्स के लिए 8 छात्रों को उज्जैन की यश एयरवेज कंपनी के पास भेजा था। वर्तमान में यह कंपनी सेंटर एविएशन एकेडमी लिमिटेड के नाम से है।
2008 से 2011 के बीच कंपनी को 2 करोड़ 13 लाख 45 हजार 660 रुपए भेजे थे। कंपनी ने इसमें से 1 करोड़ 29 लाख 3 हजार 160 रुपए लौटा दिए, लेकिन 84 लाख 42 हजार 500 रुपए नहीं लौटाए।
हाईकोर्ट के आदेश पर विभाग के निदेशक जगदीशप्रसाद ने 18 फीसदी चक्रवृद्धि ब्याज की दर से 1 करोड़ 40 लाख 10 हजार 100 रुपयों की वसूली के लिए उज्जैन कलेक्टर को पत्र भेजा है। इस चिट्ठी से अफसरों की नींद उड़ी हुई है। प्रशासन ने एयरवेज कंपनी के प्लेन जब्त कर इनकी नीलामी से पैसों की भरपाई करने की तैयारी की है।
कलेक्टर मनीषसिंह के निर्देश पर तहसीलदार सुदीप मीणा ने नायब तहसीलदार आलोक चौरे को पत्र भेजा है। एयरवेज कंपनी प्रबंध्ान को विभाग के पत्र का हवाला देकर प्लेन की जानकारी तलब की है, ताकि उन्हें जब्त कर नीलाम किया जा सके। रिपोर्ट के मुताबिक हवाईपट्टी पर वर्तमान में 8 छोटे व 4 बड़े प्लेन हैं।
7 साल से बंद पड़ी एयरवेज कंपनी
उज्जैन मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर स्थित दताना हवाईपट्टी पर 7 वर्ष पूर्व यश एयरवेज कंपनी ने पायलट ट्रेनिंग कोर्स शुरू किया था। वर्ष 2007 में कंपनी का पंजीयन हुआ था। 2011 में प्लेन क्रैश होने व नियमों का पालन नहीं किए जाने के बाद से यह बंद पड़ी है।
इन छात्रों को भेजा था ट्रेनिंग के लिए
उप्र सरकार ने दीपक सिंह व पंकजसिंह पिता बृजेंद्रसिंह, तपनकुमार पिता जगदीश प्रसाद, जलज गौतम व मनीष गौतम पिता मुकुंदीलाल, सोनू कुमार पिता स्व. रघुननाथप्रसाद, अरुणकुमार पिता स्वामीदीन, अनुपम वर्मा पिता जगतनारायण वर्मा को ट्रेनिंग के लिए भेजा था।
कार्रवाई हो रही
उप्र के समाज कल्याण विभाग का पत्र मिला है, जिसमें प्रशिक्षण शुल्क की वसूली के लिए कहा गया है। मामले में वरिष्ठ अफसरों के निर्देश पर कार्रवाई कर रहे हैं। यश एयरवेज कंपनी की संपत्ति की जानकारी भी मांगी है।
-सुदीप मीणा, तहसीलदार उज्जैन