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“रूक जाना नहीं तू कही हार के” वाले जज्बे के साथ नि:शक्त बच्चों ने दिखाये अपनी कला के जौहर । विश्व विकलांग दिवस के पूर्व समारोह में प्रतियोगिताएं व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए
शहर की कालिदास अकादमी के पं.सूर्यनारायण संकुल में गुरूवार को विश्व विकलांग दिवस के पूर्व दो दिवसीय समारोह के पहले दिन प्रतियोगिताएं व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। यह आयोजन सामाजिक न्याय व नि:शक्तजन कल्याण विभाग जिला उज्जैन व सेवाधाम आश्रम के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इसमें शहर की विभिन्न शासकीय व अशासकीय संस्थाओं के दृष्टिबाधित, श्रवणबाधित व मानसिक विकलांगता के 06 से 10 वर्ष, 11 से 15 वर्ष व 15 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के बच्चे शामिल हुए।
इन विशेष बच्चों के लिये समारोह स्थल पर प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी, परन्तु वहां अव्वल आने की अंधी दौड़ कहीं भी दिखाई नहीं दी। सभी बच्चे पूरी लगन व मेहनत के साथ प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे थे। बताया गया कि सभी आयुवर्ग के लिये प्रथम तीन स्थानों पर आने वाले बच्चों के अलावा अन्य सभी बच्चों को भी सान्त्वना पुरस्कार व प्रमाण-पत्र वितरित किये जायेंगे। जिला शिक्षा केन्द्र के द्वारा चित्रकला व रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसके अलावा उक्त आयुवर्ग के बच्चों के लिये एकल व समूह गायन तथा एकल व समूह नृत्य प्रतियोगिता भी हुई।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में सभी संस्थाओं के प्रमुख ने नि:शक्त बच्चों से मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करवाये। बच्चों को तिलक लगाकर उन्हें मोतियों की माला भी पहनाई गई। कार्यक्रमों में नि:शक्त बच्चों द्वारा बड़े हर्षोल्लास से भाग लिया गया। गायन प्रतियोगिता के दौरान बालक प्रतीक सेहलानी द्वारा “रूक जाना नहीं तू कहीं हार के” गीत गाया गया। इसके अलावा अन्य बच्चों द्वारा “जीवन चलने का नाम”, “जिन्दगी की यही रित है, हार के बाद ही जीत है” जैसे प्रेरणादायक गीत प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित सभी लोगों ने बच्चों का उत्साहवर्द्धन किया।
उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में माइक व साउण्ड सिस्टम का संचालन भी एक 25 वर्षीय नि:शक्त सनी द्वारा किया गया। इन्होंने बाद में मधुर आवाज में एक भक्तिगीत भी प्रस्तुत किया। विशेष बात यह है कि कुछ साल पहले इन्होंने आत्महत्या करने का प्रयास किया था, परन्तु अपनी जीजिविषा व दृढ़ संकल्प से उन्होंने उस विचार को त्याग दिया। ऐसे कई नि:शक्त बच्चे कार्यक्रम में उपस्थित थे, जिन्होंने अपने बुलन्द हौसले से अपनी नि:शक्तता को दरकिनार करते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन सबके समक्ष किया। कार्यक्रम का संचालन श्री गोविन्द छपरवाल ने किया।
कार्यक्रम के पुरस्कार वितरण समारोह में सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दिवाकर नातू व श्री बाबूलाल जैन सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार बालकों में मदरलैण्ड स्कूल उज्जैन के बालक सुजल को मिला। द्वितीय पुरस्कार शाप्रावि खिलचीपुर उज्जैन कृष्णा व तृतीय पुरस्कार शामावि खड़ोदिया बड़नगर माखन को प्रदाय किया गया। बालिका में शाप्रावि शास्त्री नगर की कु.रैना को प्रथम पुरस्कार प्रदाय किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में अस्थिबाधित श्रेणी के तहत प्रथम पुरस्कार लक्ष्मी व द्वितीय पुरस्कार चन्दा को प्रदाय किया गया। मानसिक विकलांगता श्रेणी के अन्तर्गत प्रथम पुरस्कार मेघदूत कन्या छात्रावास पंवासा उज्जैन की कु.शानू को प्रदाय किया गया। द्वितीय पुरस्कार मनोविकास उज्जैन की स्वाति व तृतीय पुरस्कार मेघदूत कन्या छात्रावास की रानी को प्रदाय किया गया।
मानसिक विकलांगता श्रेणी के अन्तर्गत रंगोली प्रतियोगिता में बालकों में प्रथम पुरस्कार प्रेमज्योति बालक छात्रावास के पंकज, द्वितीय पुरस्कार प्रेमसागर विद्यालय के घनश्याम व तृतीय पुरस्कार मनोविकास के आदित्य को प्राप्त हुआ। चित्रकला प्रतियोगिता के तहत श्रवणबाधित श्रेणी बालक में प्रथम पुरस्कार सेवांजलि मूकबधिर विद्यालय के राजवीर शर्मा, द्वितीय पुरस्कार आरिफ खान और तृतीय पुरस्कार शुभम परमार को प्रदान किया गया। श्रवणबाधित बालिका श्रेणी के अन्तर्गत प्रथम पुरस्कार शासकीय दृष्टि एवं श्रवणबाधित विद्यालय मालनवासा की कु.सुमन, द्वितीय पुरस्कार मदरलैण्ड स्कूल जवाहर नगर की कु.प्रियांशी और तृतीय पुरस्कार सेवांजलि मूक बधिर विद्यालय की कु.खुशी भाटिया को प्रदाय किया गया।
मानसिक विकलांगता श्रेणी बालक के तहत प्रथम पुरस्कार प्रेमसागर स्पेशल स्कूल के उमेश राठौर, द्वितीय पुरस्कार मनोविकास के अभिषेक मेहर और तृतीय पुरस्कार प्रखर को प्रदाय किया गया। मानसिक विकलांगता श्रेणी बालिका के तहत प्रथम पुरस्कार एनएचएफडीसी की कु.मेगी बजाज, द्वितीय पुरस्कार कु.स्वाति अग्रवाल व तृतीय पुरस्कार कु.छाया को प्रदाय किया गया। अस्थिबाधित श्रेणी बालिका के तहत प्रथम पुरस्कार कु.काजल शामावि दौलतगंज उज्जैन और द्वितीय पुरस्कार शाप्रावि गांधी नगर की कु.शिवानी को दिया गया। अस्थिबाधित श्रेणी बालक के तहत प्रथम पुरस्कार शामावि खड़ोतिया के राहुल गोवर्धन, द्वितीय पुरस्कार शाप्रावि नानाखेड़ा के नरेन्द्र और तृतीय पुरस्कार शाप्रावि नानाखेड़ा के राहुल को प्रदाय किया गया।
एकल गायन प्रतियोगिता मानसिक विकलांगता श्रेणी आयुवर्ग 11 से 15 वर्ष के तहत प्रथम पुरस्कार प्रतीक सेहलानी और द्वितीय पुरस्कार कृष्णा को प्रदाय किया गया। एकल गायन 15 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के तहत प्रथम पुरस्कार चेतन हलवे व द्वितीय पुरस्कार स्मिता चंद्रवंशी को दिया गया। एकल गायन दृष्टिबाधित आयुवर्ग 11 से 15 वर्ष के तहत प्रथम पुरस्कार प्रेमज्योति के परमानन्द, द्वितीय पुरस्कार दीपक और तृतीय पुरस्कार दुर्गेश को दिया गया। एकल गायन 15 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के तहत प्रथम पुरस्कार सेवाधाम आश्रम की भोली और द्वितीय पुरस्कार गोपाल को प्रदाय किया गया। एकल गायन अस्थिबाधित आयुवर्ग 15 वर्ष से अधिक के तहत प्रथम पुरस्कार सेवाधाम के सनी व द्वितीय पुरस्कार लक्ष्मी को प्रदाय किया गया।
समूह गायन मानसिक विकलांगता के तहत 11 से 15 वर्ष आयुवर्ग के लिये प्रथम पुरस्कार शासकीय मानसिक अविकसित विद्यालय वेद नगर के विद्यार्थियों को प्रदाय किया गया। समूह गायन 15 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लिये प्रथम पुरस्कार प्रतीक सेहलानी, ध्रुव, चेतन हलवे, मयंक, आदित्य व जावेद को प्रदाय किया गया। समूह गायन आयुवर्ग 06 से 08 वर्ष के लिये प्रथम पुरस्कार मेघदूत कन्या छात्रावास की बालिकाओं को प्रदाय किया गया। समूह गायन दृष्टिबाधित आयुवर्ग 11 से 15 वर्ष के तहत प्रथम पुरस्कार प्रेमज्योति छात्रावास के परमानन्द व समूह को प्रदाय किया गया।