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लिपिक की 5 करोड़ की संपत्ति का पता चला
कहां-कहां पदस्थ रहा उसकी जानकारी निकाल रही ईओडब्ल्यू की टीम…
उज्जैन। महाराजवाड़ा स्कूल के लिपिक के खिलाफ ईओडब्ल्यू द्वारा आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने के बाद उसके बैंक खाते, लॉकर की जानकारी के अलावा यह भी पता लगाया जा रहा है कि लिपिक अपने सेवाकाल में कहां-कहां और कितने समय तक पदस्थ रहा।
एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि बुधवार को धर्मेन्द्र चौहान के कृष्ण कालोनी और इंगोरिया के धुलेड़ी स्थित मकानों व गोदाम पर छापा मारकर सर्च की गई थी।
पता चला था कि महालक्ष्मी विहार में भी धर्मेन्द्र का मकान है लेकिन वहां ताला लगा पाया गया। धर्मेन्द्र अनुकंपा नियुक्ति पर शिक्षा विभाग की सेवा में आया था। 28 वर्ष की सेवा में उसे वेतन के रूप में 35 लाख रुपये मिले जबकि ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा अब तक की गई सर्च में धर्मेन्द्र चौहान के पास 5 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हो चुका है।
बैंक खाते सीज कराये हैं जबकि लॉकर से 15 लाख से अधिक की ज्वेलरी भी बरामद हुई है। एसपी सोनी के अनुसार धर्मेन्द्र चौहान अपने सेवाकाल में कहां-कहां पदस्थ रहा इसकी जांच कर विभागों को सूचना दी गई है।