- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला
- भगवान महाकाल को दान में आई अनोखी भेंट! भक्त ने गुप्त दान में चढ़ाई अमेरिकी डॉलर की माला, तीन फीट लंबी माला में है 200 से अधिक अमेरिकन डॉलर के नोट
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, मस्तक पर हीरा जड़ित त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र और चंद्र के साथ भांग-चन्दन किया गया अर्पित
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में एंट्री का हाईटेक सिस्टम हुआ लागू, RFID बैंड बांधकर ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
- कार्तिक पूर्णिमा आज: उज्जैन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, माँ क्षिप्रा में स्नान के साथ करते हैं सिद्धवट पर पिंडदान
विद्यार्थियों ने मिट्टी के श्री गणेश तैयार कर घर में ही विसर्जन करने का लिया संकल्प
पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से पीओपी की बजाय मिट्टी के श्री गणेश बनाते हुए उनकी स्थापना करने और घर में ही विसर्जन करने का विद्यार्थियों द्वारा संकल्प लिया गया। दैनिक भास्कर द्वारा पिछले कई वर्षों से मिट्टी के श्री गणेश अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत लोगों से यह अपील की जाती है कि मिट्टी के श्रीगणेश बनाएं, उन्हें घरों में स्थापित करें और घर में ही विसर्जित करें। इसी के अंतर्गत इस वर्ष भी शहर के शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों को मिट्टी के श्रीगणेश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। जहां कक्षा 5वीं से 8वीं और कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने स्कूलों में श्रीगणेश की मूर्ति बनाना सीखा।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चिंतामन जवासिया में विद्यार्थियों ने मिट्टी के गणेश निर्माण कार्यशाला के माध्यम से मिट्टी के श्री गणेश बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए मिट्टी के श्री गणेश बनाए। प्राचार्य अमितोज भार्गव ने बताया विद्यार्थियों द्वारा प्रशिक्षण लेने के बाद आकर्षक मुद्राओं में श्री गणेश की मूर्तियां बनाई गई। कक्षा 9वीं की छात्रा वर्षा पिता मुकेश ने साफा और स्वर्ण माला धारण किए हुए मिट्टी के श्री गणेश की आकर्षक मूर्ति तैयार की। भार्गव ने बताया इस दौरान विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए घरों में ही पात्रों में मिट्टी के श्री गणेश के विसर्जन का संकल्प लिया। साथ ही परिजनों आैर आसपास के अन्य लोगों को भी मिट्टी के श्री गणेश की मूर्ति स्थापित करने के लिए जागरूकता लाने का प्रण लिया। इसके अलावा नगर एवं आसपास के अन्य स्कूलों में भी मिट्टी के श्री गणेश बनाने की कार्यशालाएं आयोजित की गई।