- Simhastha 2028: उज्जैन की सड़कों का होगा मेकओवर, सेंट्रल मार्किंग का काम शुरू; जल्द शुरू होगी आवासों की मार्किंग
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला
- महाकाल के साथ अब मंगलनाथ मंदिर में भी उमड़ रहा भक्तों का दान, 2024 में 4.5 करोड़ का आंकड़ा पार!
- भस्म आरती: रजत बिल्व पत्र, चंद्र और ड्राई फ्रूट की माला से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- Ujjain: महाकाल लोक और तपोभूमि में खुलेंगे 2 नए थाने, 150 नए पुलिस पदों को मिली मंजूरी ...
वेदर अपडेट:आधी रात को तेज बारिश, अब दो-तीन दिन रिमझिम; 24 घंटों के भीतर शहर में आधा इंच बारिश
शहर सहित पूरे जिले में बीते 24 घंटों के भीतर बारिश हुई। इस दौरान शहर में लगभग आधा इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। हालांकि मंगलवार को सिस्टम का असर कमजोर पड़ने के बाद अब बुधवार से आगामी दो-तीन दिन तक केवल हल्की और रिमझिम बारिश के ही आसार हैं।
सोमवार रात फुहारों के साथ हल्की बारिश का दौर शुरू हो गया था, जो देर रात तक चलता रहा। इसके बाद आधी रात को हुई तेज बारिश ने पूरे शहर को तरबतर कर दिया। सुबह भी कुछ देर बारिश हुई। हालांकि इसके बाद पूरे दिन घने बादल छाए होने के बावजूद बारिश नहीं हुई।
जीवाजी वेधशाला में मंगलवार शाम तक बीते 24 घंटों के भीतर 0.49 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। वेधशाला में अब तक कुल 16.38 इंच बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। जिले में अब तक आैसत 17.80 इंच बारिश हो चुकी है। जिले की हर तहसील में 24 घंटों के भीतर बारिश हुई।
घटि्टया तहसील में 1.08 इंच और महिदपुर तहसील में 1.84 इंच बारिश हुई। दिन में तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 28 और सोमवार-मंगलवार की रात का तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल ने बुधवार को भी जिले में अधिकांश स्थानों पर बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।
रैलिंग से सुरक्षित होने लगा दत्त अखाड़ा-रामघाट
इंदौर में हो रही बारिश के कारण शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। यहां हो रहे हादसों के बाद स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्लान तैयार कर मूर्तरूप दिया जा रहा है। 13 करोड़ रुपए की राशि शिप्रा नदी के घाटों की सुरक्षा व अन्य कार्यों के लिए स्वीकृत किए जाने के बाद स्मार्ट सिटी द्वारा इस दिशा में काम किया जा रहा है।
रामघाट-दत्त अखाड़ा घाट पर नदी में स्थायी रैलिंग भी लगाई जा रही है, ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को ये पता हो कि उन्हें रैलिंग के अंदर ही नहाना है। रेलिंग के आगे जाना प्रतिबंधित है, इसे लेकर सूचना बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं।