वैक्सीनेशन के लिए उज्जैन के विक्रम विवि में सख्ती:​​​​​​​विद्यर्थियों को प्रवेश के लिए सर्टिफिकेट और कर्मचारियों

कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर की गई जिला प्रशासन और नगर निगम की सख्ती के बाद अब विक्रम विश्वविद्यालय ने भी सख्ती कर दी है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा है कि अब विश्वविद्यालय परिसर व इससे संबद्ध कॉलेजों में सभी कर्मचारियों, प्रोफेसर्स व छात्रों को वैक्सीन के दूसरे डोज का सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी है। इसके न दिखाने पर परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कुलपति ने कहा कि विश्व विद्यालय में अब वेतन भी दोनों डोज लगवाने के बाद ही मिलेगा।

शुक्रवार को प्रदेश सरकार ने कोरोना के लिए लगी तमाम पाबंदियां हटा दी हैं। लेकिन दूसरे डोज को लेकर सरकार और प्रशासन चिंतित हैं। दरअसल विश्व विद्यालय के सात सौ से अधिक कर्मचारियों में से कई कर्मचारियों ने समय सीमा निकल जाने के बाद भी कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवाया है। वहीं ऑफलाइन कक्षा में शामिल होने वाले कई छात्र ऐसे भी हैं, जिन्होंने पहला और दूसरा डोज नहीं लगवाया। ऐसे में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर अपना विकराल रूप धारण न करे इससे पहले विक्रम विवि के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने पहल की और वेक्सीन नहीं लगवाने वाले छात्रों को कॉलेजों और कर्मचारियों को विश्व विद्यालय में प्रवेश पर रोक लगा दी साथ ही कर्मचारियों को वेतन रोकने के आदेश भी दे दिये हैं।

कुलपति प्रो. पांडेय ने कहा अभी कोरोना समाप्त नहीं हुआ है ये बड़ी महामारी है, ये सिर्फ वैक्सीन से ही नियंत्रित हो सकती है। सरकारें प्रयास कर रही हैं, इसमें हर स्तर पर सहयोग की जरुरत है। इसलिए विक्रम विवि में दूसरा डोज लगाने के बाद ही प्रवेश और वेतन दिया जाएगा।

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