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शिप्रा में डूबने से फिर बचाई चार जिंदगी, सुरक्षा को लेकर अब भी अनदेखी
उज्जैन | शिप्रा नदी में रविवार को फिर चार घंटे में चार युवकों को डूबने से बचा लिया। सभी हादसे रामघाट के आसपास हुए। तैराक व होमगार्ड के जवानों ने युवकों की जिंदगी तो बचा ली लेकिन यहां मौत का खतरा बरकरार हैं। घाटों पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। हादसे रोकने के लिए नदी में जो अस्थाई रैलिंग लगाई थी, वह भी बाढ़ का बहाना बनाकर निकाल ली। रामघाट पर पांच मीटर के बाद पानी 6 फीट से अधिक गहरा है, जहां तक नहाते हुए श्रद्धालु पहुंचते हैं तो डूब जाते हैं। ऐसे में 12 होमगार्ड और निजी तैराकों के भरोसे ही लोगों की जिंदगी है।
रविवार सुबह 9.45 बजे से दोपहर 1.50 बजे के बीच रामघाट पर पुलिस चौकी के आसपास तीन हादसे हुए। इनमें आगरा, इंदौर व राजगढ़ के युवकों की जान बचाई। दो युवक अपने परिवार के साथ आए थे और दो छह-सात दोस्तों को लेकर महाकाल दर्शन से पहले नदी में नहाने पहुंच गए। घाट पर मौजूद होमगार्ड के प्लाटून कमांडर केएल शिंदे, सैनिक अरविंद सक्सेना, ईश्वर चौधरी, अशोक, सुभाष नवरंग बोले- रामघाट चौकी पर तीन शिफ्टों में 12 लोग काम कर रहे हैं। इस समय घाट पर पानी बढ़ गया है। हम माइक पर लोगों को सचेत कर रहे हैं। कोई डूबता है तो तैराकों के साथ ही खुद भी नदी में भी कूद रहे, इससे ज्यादा क्या कर सकते हैं?
रामघाट पर तैराक जितेंद्र कहार ने नदी में उतरकर बताया कि कहां, कितना गहरा पानी है। सीढ़ी से पांच मीटर के बाद नदी में खतरा है।
चार घंटे में तीन घटनाएं, जिसमें बचाई 4 की जान
1. सुबह 9.45 बजे रामघाट छत्री के सामने आगरा निवासी राहुल गर्ग 18 साल डूबने लगा, जिसे होमगार्ड जवान, आरक्षक मुकेश मीणा के साथ मां शिप्रा तैराक दल के तेजा कहार ने बचाया।
2. सुबह 11.10 बजे रामघाट पर इंदौर का कपिल पिता कमल परमार 19 साल को तैराक मनीष ठाकुर ने बचाया।
3. दोपहर 1.50 बजे मौलाना मौज दरगाह के पास जीरापुर राजगढ़ निवासी दीपक पाटीदार 15 साल व अंकित जाधम 17 साल भी डूब जाते। दोनों को तैराक हूकुम कहार ने नदी में गोता लगाकर बचाया। वे साथी सागर खींची, इशांत वर्मा, अशुंल गुप्ता, चेतन साहू के साथ ऋषिनगर में आदित्य प्रताप सिंह के यहां आए थे। यहां से वे दर्शन व स्नान का बोलकर घूमने के लिए निकले थे।
संकेतक के लिए नगर निगम को लिखा पत्र
हादसों को लेकर कलेक्टर को रिपोर्ट दे चुके हैं। संकेतक के लिए नगर निगम को पत्र भी लिखा है। स्थाई रैलिंग रामघाट पर लगाने के लिए संबंधित विभाग से बात हुई है, जो प्रक्रिया में है व बारिश के बाद ही संभव है। – सुमत जैन, डिस्ट्रिक्ट कमांंडेंट, होमगार्ड