- महाकाल मंदिर के विस्तार के लिए बड़ा कदम, हटाए गए 257 मकान; महाकाल लोक के लिए सवा दो हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग, चन्दन, रजत चंद्र और आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- महाकालेश्वर मंदिर में अब भक्तों को मिलेंगे HD दर्शन, SBI ने दान में दी 2 LED स्क्रीन
- उज्जैन में कला और संस्कृति को मिलेगा नया मंच, 1989.51 लाख रुपये में बनेगा प्रदेश का पहला 1000 सीट वाला ऑडिटोरियम!
- भस्म आरती: रजत के आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
सपाक्स के राधेश्याम मिश्रा को भारी पड़ रहे अपने ही कारनामे…
उज्जैन। विवि में पदस्थ पं. राधेश्याम मिश्रा को सपाक्स पार्टी ने उज्जैन दक्षिण से प्रत्याशी बनाया है। जिसके चलते पं. मिश्रा को नौकरी से इस्तीफा देना पड़ा। मिश्रा को लेकर शहर में कई तरह की चर्चाएं चल रही है। विक्रम विश्वविद्यालय में नौकरी किस प्रकार से हासिल की यह भी जगजाहिर है। कोठी रोड स्थित तरणताल परिसर में नगर निगम द्वारा निर्मित भवन की दूसरी मंजिल पर योग गुरु पं. राधेश्याम मिश्रा ने अवैधानिक रूप से कब्जा कर रखा है। जबकि तीन वर्ष की अवधि के लिए दूसरी मंजिल पर बने कमरों को दिया गया था जो कि पूरी हो चुकी है।
बताया जाता है कि चार वर्ष पहले एक राष्ट्रीय अखबार के तत्कालीन स्थानीय संपादक के प्रभाव के कारण नगर निगम द्वारा पं. राधेश्याम मिश्रा को योग कक्षा संचालित करने के लिए तरणताल परिसर में बने भवन के दूसरी मंजिल के कमरों को तीन वर्ष के लिए दिया गया था लेकिन अवधि पूर्ण होने के बाद भी पं. मिश्रा ने कमरों को खाली नहीं किया है। चर्चा इस बात की है कि योग गुरु विदेशों में योग कक्षाएं संचालित करते हैं। ऐसे में मतदाता उन्हें चुनाव में जितवा देते हैं तो वह मतदाताओं की सेवा कैसे करेंगे। कुल मिलाकर मिश्रा की गतिविधियां ही उन्हें चुनाव में नहीं जीतने देगी और उनके कारनामे खुद पर भारी पड़ रहे हैं।