सप्त सागर, शिप्रा की सफाई-गहरीकरण में कश्मीर की डल झील साफ करने वाली तकनीक अपनाएंगे

1992 से गंभीर व 2016 से शिप्रा की सफाई नहीं

बैठक में निगम आयुक्त ऋषि गर्ग ने इस तरह की व्यवस्था शहर के लिए जरूरी बताई। विशेषज्ञों का कहना था कि शहर में सप्त सागर के अलावा भी अनेक तालाब हैं। तकनीकी सुविधा नहीं होने से इनकी लंबे अर्से से सफाई और गहरीकरण नहीं हुआ है। इस कारण ये समाप्त होते जा रहे हैं। शिप्रा में रोज स्नान करने यात्री आते हैं। इसलिए शिप्रा की सफाई भी नियमित होने की आवश्यकता है। गंभीर डेम का निर्माण 1992 में हुआ था। इसके बाद से इसका गहरीकरण नहीं हो पाया है। तल में मिट्टी जमा होने से इसकी क्षमता भी प्रभावित हुई है।

फिनलैंड की तकनीकी की बेड मल्टी पर्पज मशीन जो सभी तरह की सफाई व गहरीकरण करती है।

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