सायबर क्राइम: राजीव गांधी नगर की महिला निकली आरोपी, गिरफ्तार

एफबी पर फर्जी आईडी से अपलोड कर रही थी महिला के फोटो

12वीं तक शिक्षित महिला ने परिचित से बदला लेने के लिए फेसबुक को हथियार बनाने का प्रयास किया है। विवाद का कारण लेन-देन सामने आया है। चार माह से परेशान पीडि़ता के प्रकरण में राज्य सायबर टीम ने मंगलवार को आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया।

ऋषिनगर निवासी पूनम (परिवर्तित नाम) के करीब चार माह से फर्जी फेसबुक आईडी पर फोटो अपलोड कर भद्दे कमेंटस किए जा रहे थे। लगातार नई आईडी पर फोटो डाल कर उसके पति व रिश्तेदारों को भी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे जा रहे थे। परेशान होकर पूनम ने 4 अप्रैल को राज्य सायबर सेल में शिकायत की थी।

मामले में सेल ने केस दर्ज कर जांच की। पता चला पूनम को बदनाम करने की साजिश इंदौर रोड स्थित दिनेश पेट्रोल पंप के पीछे रहने वाली उसकी पूर्व परिचित ही कर रही थी। पुख्ता प्रमाण मिलने पर टीम ने आरोपी सुनीता (परिवर्तित नाम) को गिरफ्त में लेकर मोबाइल जब्त किया और फिर जमानत पर छोड़ दिया।

हो सकती है तीन साल की सजा

राज्य सायबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि मामले का खुलासा करने में निरीक्षक नरेंद्र गोमे, आरक्षक तृप्ति लोधी, रजनी निंगवाल और सुनील पंवार की विशेष भूमिका रही है। उन्होंने कहां कि सुनीता के विरुद्ध सायबर एक्ट की धारा 66सी व 66डी के तहत प्रकरण दर्ज किया है। मामले में पुलिस अब जांच के बाद कोर्ट में चालन पेश करेगी जहां पर आरोप सिद्ध होता है तो आरोपी को तीन साल तक की सजा हो सकती है।

चार माह में 12 आईडी

पूनम ने शिकायत में बताया कि चार माह से विभिन्न आईडी पर उसके फोटो अपलोड किए जा रहे थे। गिरफ्त में आने पर सुनीता ने कबूला कि वो 12वीं तक शिक्षित है लेकिन एंड्रायड मोबाइल चलाना जानती है इसलिए पकड़ाने से बचने के लिए अब तक १२ आईडी बनाई और वॉल पर पूनम के पति का मोबाइल नंबर भी पोस्ट करती रही है।

साजिश का सच क्या

गिरफ्तार सुनीता ने कबूला है कि उसने पूनम के पति को कुछ समय पहले उधार रुपए मांगने के लिए फोन किया था। इस पर पूनम ने उससे अभद्रता की थी। बदला लेने के लिए वो मोबाइल पर ही फर्जी आईडी बनकर पूनम के फोटो डालने लगी। इधर सूत्रों का कहना है कि विवाद आरोपी सुनीता का पूनम के पति से संबंध के कारण हुआ है।

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