सुबह 8.40 पर घर आई, मुझसे कहा बात करनी है पानी मांगा, मैं किचन में गई और उसने आग लगा ली

उज्जैन। रोजी जुनेजा पति इंदर जुनेजा 50 वर्ष निवासी दशहरा मैदान सुबह करीब 8.40 पर दशहरा मैदान में रहने वाले पेट्रोल पंप संचालक प्रेम छाबड़ा के घर पहुंचीं। इस दौरान घर में प्रेम छाबड़ा की पत्नी सीमा छाबड़ा व ड्रायवर मौजूद थे।

रोजी जुनेजा ने बातचीत करने का कहा तो सीमा छाबड़ा ने उन्हें हॉल में ले जाकर सोफे पर बैठाया और ड्रायवर को कार निकालने के लिये चाबी देने चली गईं। वहां से लौटने के बाद सीमा छाबड़ा पुन: हॉल में आईं तो रोजी जुनेजा ने पीने के लिये पानी मांगा। सीमा छाबड़ा पानी लेने किचन में गईं उसी दौरान रोजी जुनेजा ने अपने कपड़ों में छुपाकर लाई पेट्रोल से भरी बाटल खूद के उपर उड़ेल ली।

सिर से डाला गया पेट्रोल करीब आधी बाटल बचा उसके बाद रोजी जुनेजा ने हाथ से मुंह साफ करने के बाद अपने पास से माचीस निकाली और स्वयं को आग लगा ली। इधर किचन से पानी लेकर हॉल में आईं सीमा छाबड़ा ने रोजी को आग की लपटों से घिरा देखा तो उनके होश उड़ गये। सीमा छाबड़ा ने सौफे पर रखा कुशन उठाकर आग की लपटों से घिरी रोजी जुनेजा पर डाला व शोर मचाते हुए ड्रायवर को बुलाया। ड्रायवर ने भी रोजी जुनेजा को बचाने का प्रयास किया व माधव नगर थाने फोन लगाया।

 

 

माधव नगर थाने से 108 एम्बुलेंस दशहरा मैदान पहुंची व गंभीर झुलसी रोजी जुनेजा को जिला चिकित्सालय के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया। यहां हालत गंभीर होने पर रोजी को इंदौर रैफर किया गया है।

इधर माधव नगर थाने के एसआई जी.पी. प्रजापति, एफएसएल अधिकारी अरविंद नायक व पुलिस अधिकारी प्रेम छाबड़ा के घर दशहरा मैदान पहुंचे व जांच शुरू की। यहां से पुलिस ने बिस्लरी की बाटल बरामद की जिसमें पेट्रोल भरा था, वहीं महिला की चप्पल आदि भी बरामद हुए। सीमा छाबड़ा ने बताया कि रोजी जुनेजा अपनी एक्टिवा से उनके घर पर आई थी। रोजी ने घर के सामने एक्टिवा वाहन खड़ा किया था जो अभी भी वहीं खड़ी है।

इसलिये महिला ने किया आत्मदाह
माधव नगर थाने के एसआई जी.पी. प्रजापति ने बताया कि वर्ष 2012 में प्रेम छाबड़ा की पुत्री के कुछ फोटो रोजी जुनेजा के पुत्र वरूण जुनेजा ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिये थे। इसकी शिकायत प्रेम छाबड़ा ने सायबर क्राईम के तहत थाने में दर्ज कराई थी। उक्त मामले की सुनवाई कोर्ट में हुई जिसके बाद कोर्ट ने वरुण जुनेजा को 6 वर्ष की सजा सुनाई थी।

 

 

इस दौरान पुलिस ने वरुण को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जबकि वरुण के परिजनों ने उसकी जमानत के लिये अपील भी की थी। रोजी जुनेजा अपने बेटे के जेल जाने से परेशान थी और वह प्रेम छाबड़ा से बदला लेने की फिराक में थी। सीमा छाबड़ा ने बताया कि पूर्व में भी रोजी जुनेजा एक बार घर में आई थीं और उन्होंने छेड़छाड़ की झूठी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी लेकिन सीसीटीवी में ऐसी कोई वारदात सामने नहीं आई।

गुरूद्वारे में हुआ दोनों पक्षों का समझौता
रोजी जुनेजा के पुत्र वरुण जुनेजा को कोर्ट द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद रोजी जुनेजा और प्रेम छाबड़ा का परिवार पिछले दिनों गुरूद्वारे में एकत्रित हुए। यहां समाज के वरिष्ठ लोगों की मौजूदगी में वरुण के परिवारजनों ने यह बात रखी कि वरुण की उम्र कम है और यदि उसे जेल में सजा काटना पड़ी तो कैरियर खत्म हो जायेगा। इस पर प्रेम छाबड़ा ने वरुण को माफ करते हुए कोर्ट में शपथ पत्र देकर वरुण की सजा माफी का आवेदन दिया था। विगत 20 अगस्त को वरुण जेल से छूट भी गया था।

महिला का मकसद समझ से बाहर
प्रेम छाबड़ा, सीमा छाबड़ा और उनके पुत्र उनके घर में हुए आत्मदाह के घटनाक्रम से घबराये हुए हैं। सीमा छाबड़ा का कहना है कि जब रोजी जुनेजा से समझौता करने के बाद वरुण को माफ कर दिया था और वह जेल से छूट भी गया तो फिर रोजी ने उनके घर पहुंचकर आत्मदाह क्यों किया, उसका मकसद क्या था यह समझ से बाहर है। एफएसएल अधिकारी अरविंद नायक ने बताया कि घटना स्थल की जांच कर यहां से साक्ष्य जुटा रहे हैं।

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