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स्वतंत्रता दिवस पर पर्यावरण प्रेमियों ने पेड़ों को आजादी दिलाई:लोहे की जंजीरों, जालियों और तारों से जकड़े पेड़ों को अलग किया
उज्जैन के पर्यावरण प्रेमी परिवार ने मंगलवार को आजादी के पर्व को घर बैठ कर नहीं मनाया, बल्कि उन्होंने कई तरह के औजार लेकर लोहे की जंजीरों, जालियों और तारों से जकड़े पेड़ों को मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया। दिन भर में कई पेड़ों को आजादी दिलाई है।
देश 77वां आजादी का पर्व बड़े धूमधाम से मना रहा था, उस समय पर्यावरण प्रेमियों को उन पेड़ों की चिंता हुई जो वर्षों से लोहे की जंजीरो में कैद हैं। आजादी का जश्न मनाने के लिए पर्यावरण प्रेमियों ने अनूठी पहल की है। शहर के पेड़ों को लोहे की जंजीरों, जालियों और तारों से मुक्त करने का बीड़ा उठाया।
पर्यावरण प्रेमी गौरव मालपानी ने बताया कि आजाद नगर बगीचे में लगे नीम, पीपल, बड़ के पेड़ काफी बड़े हो चुके थे और ट्री गार्ड की वजह से अपने आप को जंजीरों में फंसा हुआ महसूस कर रहे थे। एक सफल प्रयास से इन पेड़ों को ट्री गार्ड के बंधन से मुक्त कराया गया। बंधन से मुक्त करने के बाद पेड़ों को आजादी मिलने पर पूजन किया गया। पर्यावरण प्रेमी परिवार एवम् पर्यावरण संरक्षण गतिविधि महानगर के सदस्यों में पेड़ो को बंधन मुक्त करने में प्रशांत शर्मा, गोरव मालपानी, विकास राजपुरोहित और गौरव शर्मा उपस्थित रहे।