- प्रयागराज कुंभ के लिए मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण! हरिद्वार से आए निरंजनी अखाड़ा प्रमुख ने मुख्यमंत्री यादव से की भेंट, उज्जैन में साधु-संतों के लिए भूमि आवंटन निर्णय को स्वामी कैलाशानंद ने बताया प्रशंसनीय
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग-चंदन और रजत मुकुट के साथ सजे बाबा महाकाल, भक्तों ने किए अद्भुत दर्शन
- महाकाल के दर पर पहुंचे बी प्राक, भस्म आरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल की भक्ति में दिखे लीन, मंगलनाथ मंदिर में भी की पूजा
- भस्म आरती: बाबा महाकाल के दिव्य श्रृंगार और भस्म आरती के साथ गूंजा "जय श्री महाकाल"
- 25 दिसंबर को रिलीज़ से पहले 'बेबी जॉन' की टीम ने मांगा बाबा महाकाल का आशीर्वाद! उज्जैन में महाकाल मंदिर पहुंचे वरुण धवन और टीम, भस्म आरती में हुए शामिल
1.5 लाख रुपए देकर की थी शादी आठ दिन बाद पति को छोड़कर भागी
उज्जैन। 6 दिसंबर को डेढ़ लाख रुपये में शादी के बंधन में बंधी एक नवविवाहिता महाकालेश्वर मंदिर के पीछे बड़ा गणेश मंदिर क्षेत्र से पति को चकमा देकर भाग गई। महिला ने उज्जैन में नाना की मृत्यु का बहाना बनाया और पति को साथ लेकर तड़के यहां आई थी। पति ने इसकी शिकायत महाकाल थाने में दर्ज कराई।
विजय पिता हनुमान 32 वर्ष निवासी खडेला सीकर राजस्थान सुबह जयपुर-चैन्नई एक्सप्रेस से अपनी नवविवाहिता पत्नी पुनीता पिता शेखर अंबेडकर निवासी गौरेगांव महाराष्ट्र के साथ उज्जैन आया। स्टेशन से दोनों सीधे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। जहां से उन्होंने पुनीता के कथित जीजा गाडूराम मीणा से फोन पर संपर्क किया। गाडूराम ने उन्हें बड़ा गणेश मंदिर बुलाया। यहां से पुनीता अपने जीजा गाडूराम के साथ बाईक पर बैठकर कहीं चली गई। विजय ने उसे आसपास तलाशा और नहीं मिलने पर महाकाल थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी।
डेढ़ लाख रुपये देकर की थी शादी
विजय ने बताया कि उसने गांव में रहने वाले गाडूराम मीणा के माध्यम से पुनीता के कथित जीजा बनेसिंह सिंह 75 हजार रुपये नगद और 75 हजार रुपये बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किये थे। जिसके बाद 6 दिसंबर को पुनीता और विजय की शादी कोर्ट में हुई।
बनेसिंह ने फोन कर बुलाया था
विजय ने बताया कि पुनीता के कथित जीजा बनेसिंह का रात में फोन आया कि पुनीता के नाना की मृत्यु हो गई है, उसे बताये बिना तुरंत उज्जैन आ जाओ। इस पर वह पुनीता को लेकर उज्जैन आया था और यहीं से पुनीता अपने जीजा के साथ बाईक पर बैठकर रफूचक्कर हो गई।