12 बजे बाद सड़कों पर फैलता है कोरोना

प्रशासन, नगर निगम अधिकारी ड्यूटी टाइम के बाद निकले बगैर मास्क वालों पर कार्रवाई करने

उज्जैन। शहर में कोरोना से बचने के लिये लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे इस कारण मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। शासन की गाइड लाइन अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य है। कोरोना मरीजों की संख्या बढऩे के बाद प्रशासन द्वारा मास्क के नियम का पालन कराने के लिये अभियान शुरू करने की बात कही गई लेकिन दोपहर 12 बजे तक प्रशासन और नगर निगम की टीमें कार्रवाई स्थल पर नहीं पहुंची। जिस कारण सुबह से आए पुलिसकर्मियों को अकेले ही कार्रवाई शुरू करना पड़ी।

कोरोना से बचने के लिये मास्क पहनना, हाथों को बार-बार सेनेटराईज करना, दो गज की दूरी बनाकर सार्वजनिक स्थलों पर पहुंचना आदि गाइड लाइन शासन द्वारा निर्धारित की गई है लेकिन वर्तमान में इनमें से किसी भी गाइड लाईन का पालन अधिकांश लोग नहीं कर रहे। पिछले एक सप्ताह से कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी। इसके मद्देनजर प्रशासन द्वारा मास्क लगाने के नियम का पालन कराने हेतु अभियान चलाने का निर्णय लिया।

शहर के विभिन्न चौराहों पर प्रशासन, नगर निगम और पुलिस द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर बिना मास्क सड़क पर निकलने वालों को पकड़कर चालान बनाने के साथ ही अस्थायी जेल पहुंचाने की योजना बनाई गई। खास बात यह कि जेल वाहन सुबह 9.30 बजे कार्रवाई स्थल पर पहुंच चुके थे, 10 बजे तक पुलिस टीमें भी पहुंच गईं लेकिन 1२ बजे बाद भी प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी कार्रवाई के लिये नहीं आये। इस कारण पुलिस को अकेले ही अभियान की शुरुआत करना पड़ी।

स्टेशन और बस स्टैंड पर अनदेखी, महाकाल में हो रहा पालन: रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों से देश भर के हजारों यात्री प्रतिदिन शहर पहुंचते हैं, बस स्टैंड पर भी बड़ी संख्या में लोग आवागमन करते हैं लेकिन अधिकांश लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे, कुछ लोग मास्क पहने होते हैं लेकिन उसका तरीका गलत होता है, जबकि महाकाल मंदिर में कोरोना नियमों का पालन कराया जा रहा है। यहां बिना मास्क किसी भी व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा।

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