1965 घर में ही हुए स्वस्थ:क्योंकि वक्त पर टेस्ट कराया

कोरोना की दूसरी लहर में मार्च-अप्रैल में करीब 2000 मरीज होम आइसोलेट किए गए। ये वे मरीज थे, जो एसिंप्टोमैटिक थे। परिवार के किसी सदस्य के पॉजिटिव आने या कांटेक्ट हिस्ट्री होने से कोविड टेस्ट करवाने पर रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें 10 से 15 प्रतिशत तक संक्रमण पाया गया। कुछ मरीजों में तो केवल 5 प्रतिशत तक ही संक्रमण पाया गया। लक्षण के आधार पर रैपिड रिस्पॉस टीम ने उन्हें होम आइसोलेट किया। वीडियो कॉलिंग के जरिए चिकित्सकीय परामर्श दिया। उन्हें मेडिकल कीट उपलब्ध करवाई गई।

मरीजों ने हौसला रखा, कोविड प्रोटोकाल का पालन किया तो इनमें से करीब 1965 घर पर ही सात से 10 दिन में स्वस्थ्य हो गए। अब वे घरों के कार्यों में हाथ बंटा रहे हैं, योगा, व्यायाम व प्राणायाम कर रहे हैं। मरीजों का कहना है कि लक्षण पाए जाते ही हम लोगों ने कोविड टेस्ट करवाया और खुद को होम क्वारेंटाइन भी कर लिया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए इलाज करवाया।

मेडिकल कीट की दवाइयों का समय पर उपयोग किया। जरूरत पड़ने पर आरआर टीम के अधिकारियों को परेशानी बताई। उम्मीद रखी की जल्द स्वस्थ्य होंगे और ऐसा हुआ भी। अब हम सामान्य जीवन जी रहे, कोई परेशानी नहीं है। कोविड विशेषज्ञों का कहना है कि पहले लक्षण में ही कोविड टेस्ट करवाने वाले मरीज पांच से सात दिन में ही स्वस्थ्य हो गए। जिन मरीजों को घर पर आराम नहीं हुआ, ऐसे मरीज कम ही पाए गए। जिन्हें आवश्यकता पड़ने पर कोविड हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा। अभी 2222 मरीज होम आइसोलेट हैं।

पहले लक्षण में कोविड टेस्ट कराने पर जल्दी रिकवरी

पहले लक्षण में ही कोविड टेस्ट करवाने वाले मरीजों की रिकवरी जल्द होती है। ऐसे अधिकांश मरीजों को हॉस्पिटल में भी भर्ती होने की जरूरत कम ही पड़ती है। घर पर रहकर ही स्वस्थ्य हो जाते हैं। मरीजों को वीडियो कॉलिंग के जरिए चिकित्सकीय परामर्श दिया जाता है। उन्हें मेडिकल कीट उपलब्ध करवाई जाती है।

डॉ. रौनक एलची, नोडल अधिकारी, आरआर टीम

 

इन्होंने घर पर ही कोरोना को हराया

  • सिंगर अमित शर्मा निवासी लक्ष्मीनगर रोड कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। वे 15 प्रतिशत संक्रमित पाए गए थे। जिन्हें होम आइसोलेट किया गया था। कोविड प्रोटोकाल का पालन किया। घर पर ही स्वस्थ्य हो गए।
  • प्राची गायकवाड़ निवासी मेरुदंड के पास की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। उन्हें 10 से 15 प्रतिशत तक संक्रमण था। अब वे स्वस्थ्य हैं।
  • योगेश जोशी सेठीनगर पिछले दिनों संक्रमित पाए गए थे। उन्हें 10 से 15 प्रतिशत तक संक्रमण था। होम आइसोलेट में रहकर इलाज करवाया, अब वे स्वस्थ्य हैं।
  • बिजली कंपनी में ईई योगेश कुमार माथुर, पत्नी ज्योति माथुर निवासी सनराइज सिटी कॉलोनी इंदौर रोड सहित परिवार के तीन सदस्य ने भी पहले लक्षण में ही अपना कोविड टेस्ट करवाया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेट हुए। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया। अब वे स्वस्थ्य हो गए हैं।

…और ये खतरा बढ़ा रहे : एक मरीज घर पर ताला लगा भागा, प्रकरण दर्ज

कंटेनमेंट क्षेत्र से संक्रमित मरीजों व उनके परिजनो की बाहर घूमने की सूचना पुलिस को मिल रही थी जिसके बाद एसपी ने चैकिंग दस्ता गठित कर दिया। जिसके बाद सभी सीएसपी संबंधित थाना पुलिस बल के साथ कंटेनमेंट क्षेत्र में पहुंचे। पचास मरीजों को चेक किया गया जिसमें पांच मरीज अस्पताल में भर्ती होना पाए गए, जबकि अभिलाषा कॉलोनी निवासी दीपचंद गाेयल के घर ताला मिला, जिसके खिलाफ नागझिरी थाने में केस दर्ज किया गया।

रविवार को एसपी के निर्देश के बाद सभी अनुभाग के सीएसपी संबंधित थाना टीमों को लेकर कंटेनमेंट क्षेत्र में जांच करने पहुंचे। एडिशनल एसपी अमरेंद्रसिंह चौहान ने बताया कि अब पुलिस टीम प्रतिदिन आकस्मिक रूप से कंटेनमेंट क्षेत्र मंे जाकर किसी भी समय मरीज को चेक करेगी और अगर वह घर पर नहीं मिला तो केस दर्ज किया जाएगा। प्रतिदिन कंटेनमेंट क्षेत्र में की जाने वाली चैकिंग की समीक्षा की जाएगी। रविवार से इसकी शुरूआत कर दी गई है। मरीजों की घर जाकर पुलिस न सिर्फ जानकारी लेगी बल्कि उनका रोज घर होने का प्रमाण भी पता करेगी।

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