24 घंटे में 20 से 22 उम्र के चार युवकों ने की आत्महत्या

 

किस दिशा में बढ़ रहे हमारे युवा…हताशा में तीन ने खाया जहर, एक ने लगा ली फांसीसभी मामलों में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है….उज्जैन।भाभी से प्रताडि़त देवर और आर्मी में भर्ती की तैयारी कर रहे युवक सहित तीन युवकों ने जहर खाकर आत्महत्या की वहीं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे युवक ने फांसी लगा ली। सभी मामलों में पुलिस ने मर्ग कायम कर शवों का पोस्टमार्टम कराया और जांच शुरू की है।

दीपक पिता मोहनलाल 22 वर्ष निवासी मैत्री कुंज कालोनी पंवासा ने रविवार शाम घर में सल्फास खा ली। हालत बिगडऩे पर दीपक ने रिश्तेदार राधेश्याम धाकड़ को फोन लगाया और डॉक्टर को लाने की बात कही। राधेश्याम ने डायल 100 पर फोन किया। पुलिस दीपक के घर पहुंची उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां सुबह उसकी मृत्यु हो गई।

उसके पिता मोहनलाल ने बताया कि बड़े बेटे अंकित ने माया नामक युवती से प्रेम विवाह किया था। माया पूरे घर पर कब्जा करना चाहती थी इसी कारण दीपक से आये दिन विवाद होता था।

मोहनलाल ने बताया कि शनिवार को भी माया ने घर में हंगामा किया, मेरे साथ भी मारपीट की और बाद में पंवासा थाने में रिपोर्ट लिखाकर बेटे अंकित के साथ कहीं चली गई। पंवासा पुलिस ने मोहनलाल को थाने में बैठाया उसी दौरान दीपक ने घर में जहर खा लिया।

मुकेश मौर्य पिता बनेसिंह 21 वर्ष निवासी निपानिया आगर में रिश्तेदार के यहां रहकर आर्मी में भर्ती की तैयारी कर रहा था और शादी में शामिल होने के लिये उन्हीं रिश्तेदारों के साथ शाजापुर में माता पिता के पास आया था जहां मुकेश ने सल्फास खा ली। परिजन उसे लेकर प्रायवेट अस्पताल आये जहां रात 1 बजे उसकी मृत्यु हो गई। उसके भाई अनिल ने बताया कि मुकेश ने किन कारणों के चलते आत्महत्या की इसकी जानकारी नहीं है उसका मोबाइल भी लॉक है।

अर्पित पिता मेहरबान 22 वर्ष निवासी पानबिहार 12 वीं का छात्र था। दो दिन पहले वह अपने कमरे में सोने दूसरी मंजिल पर गया जहां तबियत बिगडऩे पर शोर मचाया और परिजनों से पानी पिलाने को कहा। परिजन उसे लेकर प्रायवेट अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बताया कि अर्पित ने सल्फास खाई है। उपचार के दौरान अर्पित ने दम तोड़ दिया। उसके पिता मजदूरी करते हैं, अर्पित ने किन कारणों के चलते आत्महत्या की पुलिस इसकी जांच कर रही है।

नीतिन पिता इंदरलाल मंडोर 21 वर्ष निवासी प्रेम नगर चंदेसरी ने कल शाम दूसरी मंजिल स्थित कमरे में रस्सी से फांसी लगा ली। उसकी मां भूलीबाई ने बेटे को फांसी पर लटके देखा। परिजनों ने बताया कि नीतिन इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। शाम को उसकी पत्नी दिव्या घर में ही थी। मां बाप खेत पर गये थे।

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