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मालविका अग्निमित्रम् में शृंगार और प्रेम की अभिव्यक्ति की कलाकारों ने
उज्जैन | कालिदास अकादमी संकुल में संस्कृत नाटकों की शृंखला में मंगलवार शाम आखिरी नाटक मालविका अग्निमित्रम् की प्रस्तुति हुई। शहर के कलाकारों ने कथानक में मौजूद शृंगार और प्रेम की अभिव्यक्ति में अपने कला कौशल का बेहतर इस्तेमाल किया। महाकवि कालिदास की रचना की संस्कृत में प्रस्तुति अंकुर रंगमंच उज्जैन ने की। प्रमुख कलाकारों में सूत्रधार यश भावसार, अग्निमित्र- साहिल खान, विदूषक- आलोक निगम, मालविका- परिधि प्रजापत, धारिणी-मीशा भाटिया, इरावती- खुशी मीणा, कौशिकी- मानसी शर्मा के साथ अन्य कलाकारों की भी भूमिका सराहनीय रही। निर्देशन राजेंद्र चावड़ा का था। दिल्ली के वरिष्ठ रंगकर्मी हफीज खान भी मौजूद थे।