गाय को घर के सामने चारा देते पकड़ाये तो देना होगा 500 रुपए जुर्माना

आदित्य नगर में एक व्यक्ति पर लगाया जुर्माना, नगर निगम के स्वास्थ्य निरीक्षकों की वार्डों में ड्यूटी लगाई

उज्जैन-पौराणिक महत्व के मान से गाय माता को रोटी और चारा देना दान और धर्म की श्रेणी में आता है। घर में महिलाएं पहली रोटी गाय के लिये निकालती हैं, लेकिन नगर निगम के नये नियम के अनुसार यदि कोई व्यक्ति घर के सामने गाय को चारा देते पाया जाता है तो उसके खिलाफ जुर्माने की कार्यवाही की जायेगी।

शहर की प्रमुख सड़कों के अलावा कॉलोनियों में गायें प्रतिदिन भ्रमण करती नजर आती हैं। कई बार यही गायें व अन्य मवेशी वाहन दुर्घटनाओं का कारण भी बनते हैं। पशुओं को सड़कों पर छोडऩे के विरूद्ध कलेक्टर ने धारा 144 लगा रखी है। इसका पशु पालकों पर असर नहीं हुआ। गुरुवार से निगम की आवारा मवेशी पकडऩे वाली गैंग ने पशु बाड़े तोडऩे की मुहिम चालू कर दी। 11 बाड़ों पर कार्रवाई हुई। 7 बाड़ों को तोड़ा भी गया।

अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, लेकिन शहरवासियों द्वारा घरों के सामने आने वाली गाय या अन्य मवेशियों को चारा डालने पर भी नगर निगम ने प्रतिबंध लगा दिया है। गुरूवार को नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आदित्य नगर में रहने वाले सुरेश पिता गुलाब लालवानी ने घर के सामने आई गाय को चारा डाला तो उन्हें अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ा और 500 रुपये के जुर्माने की रसीद काट दी।

लालवानी ने जानकारी नहीं होने की बात अधिकारियों को बताई लेकिन उन्हें जुर्माना भरना पड़ा।नगर निगम की पहली कार्रवाईघर के सामने आने वाली गाय को चारा खिलाने पर जुर्माने की नगर निगम ने संभवत: पहली कार्रवाई की है। इसके पहले अधिकारी लोगों को समझाईश देते नजर आये थे।

 

पर्वों पर खिलाते हैं गायों को चारा

घरों के बाहर आने वाली गायों को गिनती के कॉलोनीवासी चारा खिलाते हैं लेकिन शिप्रा नदी के रामघाट, सुनहरी घाट, दत्त अखाड़ा घाट, हरिफाटक ब्रिज गधा पुलिया की ओर लोग प्रतिदिन यहां गायों को चारा खिलाते नजर आते हैं। ग्रामीण महिलाएं 5-10 रुपये में चारे के पुले बेचते हैं। यहां स्नान के बाद श्रद्धालु गायों को चारा खिलाते नजर आते हैं।

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