उज्जैन के बाजार में चल रहे थे 500 के नकली नोट

तीन बदमाशों को पकड़ा, 3.50 लाख के नोट जब्त, एक आरोपी बड़वाह का और दो सेंधवा के रहने वाले

उज्जैन. उज्जैन के बाजार में बड़ी संख्या में 500 रुपए के नकली नोट खपाने की तैयारी की जा रही थी। कुछ नोट बाजार में चला भी दिए गए। और ज्यादा नोट खपाने की कोशिश में एक बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गया। फिर इसके बाद दो आरोपी और पकड़ में आ गए। इनसे 3.50 लाख रुपए के नकली नोट मिले। सभी नोट 500 के हैं।

पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने बाजार में नकली नोट चलाने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3.50 लाख रुपए के पांच-पांच सौ के नोट बरामद हुए हैं, जो हूबहू असली नोटों जैसे दिखते हैं। पकड़े गए युवक में से एक बड़वाह का तो दो सेंधवा के रहने वाले हैं। हालांकि एसटीएफ पकड़े गए लोगों से यह पता नहीं कर पाई है कि ये नकली नोट किन लोगों से ले रहे थे या किस तकनीक से नकली नोट छाप रहे थे। एसटीएफ का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही नकली नोट बनाने वाले सरगनाओं को गिरफ्तार किया जाएगा।

एसटीएफ पुलिस अधीक्षक गीतेश कुमार गर्ग ने बताया कि 3 मार्च को नानाखेड़ा क्षेत्र में एक युवक द्वारा नकली नोट चलाने की जानकारी लगी थी। इस पर बड़वाह निवासी रवि पिता मोहनलाल मालवे को दबिश देकर पकड़ा तो उसके पास से 500-500 के नोट के रूप में 50 हजार रुपए मिले। नोटों की जांच की तो यह नकली निकले। इस पर उससे सख्ती से पूछताछ करने पर उसने यह नोट सेंधवा के शाकिर पिता जाबिर अली व आदिल पिता मोहम्मद शफी से लेना बताया। रवि के मुताबिक वह 10 प्रतिशत कमीशन पर यह नोट लाया था। इस पर एसटीएफ ने मंगलवार रात को ही बड़वानी पहुंचकर शाकिर व आदिल को गिरफ्तार किया। इनमें शाकिर अली सेंधवा में ठेकेदारी करता है। उसके खिलाफ वर्ष 2010 में मारपीट सहित 25 व 27 आम्र्स एक्ट में प्रकरण दर्ज है। वहीं अन्य के ऑपराधिक रेकॉर्ड की जांच की की जा रही है। एसटीएफ आरोपियों से इनके सरगनाओं और अपराध में लिप्त लोगों की जानकारी जुटा रही है।

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