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महाकाल मंदिर में महानिर्वाणी अखाड़े के नए महंत होंगे विनीत गिरि महाराज
Ujjain News: प्रबंध समिति की बैठक में लिया निर्णय, आज अखाड़े में गादी सौंपकर प्रदान की जाएगी महंताई
महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण स्थित महानिर्वाणी अखाड़े के महंत प्रकाशपुरी महाराज के यहां से जाने के बाद अब उनके स्थान पर नए गादीपति के रूप में विनीत गिरी महाराज पदासीन होंगे। शुक्रवार को अखाड़े की विधि अनुसार उन्हें गादी सौंपकर महंताई प्रदान की जाएगी।
मंदिर प्रबंध समिति की बैठक बुलाई
गुरुवार को सर्किट हाउस में श्री महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक बुलाई गई, जिसमें श्री महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा महाकाल मंदिर हेतु प्रस्तावित महंत विनीत गिरी महाराज की नियुक्ति का अनुमोदन किया गया। प्रशासक एसएस रावत व प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में इस प्रस्ताव पर विचार-विमर्श किया गया तथा उन्हें महानिर्वाणी अखाड़े के नए महंत के रूप में स्वीकार कर लिया गया।
धर्मशाला के पीछे ही होगा महंताई का कार्यक्रम
पिछले दिनों महाकाल मंदिर परिसर स्थित महानिर्वाणी आश्रम को मंदिर प्रशासन द्वारा खाली करा लिया गया था तथा यहां निवासरत अनुयायियों को महाकाल धर्मशाला के पीछे अस्थाई तौर पर रहने के लिए जगह उपलब्ध कराई थी, बताया जा रहा है कि महंताई का कार्यक्रम फिलहाल इसी स्थान पर होगा। साथ ही मंदिर परिसर में जो आश्रम है, उसे इन्हें पुन: सौंपने पर आगामी दिनों में विचार किया जाएगा।
1979 में महंत बने थे प्रकाशपुरी महाराज
उल्लेखनीय है कि 1979 में प्रकाशपुरी महाराज को महंत पद पर आसीन किया गया था। इसके बाद 2018 में दयापुरी महाराज ने महंत पद पर दावेदारी की थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही शासन ने पुन: प्रकाशपुरी महाराज को ही महंत पद पर आरूढ़ कर दिया था। साथ ही वे समिति में पदेन सदस्य भी रहे। इसके बाद अब वे अस्वस्थता के चलते आश्रम सहित महंत पद, ओंकारेश्वर, नागचंद्रेश्वर मंदिर की पूजा आदि की जिम्मेदारी प्रशासक रावत को सौंपकर हरियाणा स्थित उनके आश्रम चले गए हैं। तभी से ओंकारेश्वर मंदिर में पूजन आदि का कार्य महाकाल मंदिर के पुजारी बारी-बारी निर्वाह कर रहे हैं।