- उज्जैन में साध्वी ऋतुम्भरा का आगमन, बाबा महाकाल के दर्शन कर लिया आशीर्वाद; कहा 'भोले बाबा बहुत प्यारे हैं'
- उज्जैन में निकली 'शक्ति संगम' शौर्य यात्रा: 25,000 बहनों ने दिखाया शौर्य, हाथ में तलवार और घोड़े पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुई महिलाएं; साध्वी ऋतंभरा का होगा संबोधन
- भस्म आरती: रजत मुकुट और फूलों की माला में सजे बाबा महाकाल, भस्म चढ़ाने के बाद साकार रूप में दिए दर्शन!
- एडीएम अनुकूल जैन बने महाकाल मंदिर प्रशासक, पहले भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी; शासन का आदेश आने तक देखेंगे कार्य ...
- भस्म आरती: महाकालेश्वर मंदिर में जयकारों के बीच हुई बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती, राजा स्वरूप में किया गया भगवान का दिव्य श्रृंगार!
डिजाइनर दीपों से जगमगाएगी दीपावली
दीपावली पर चारों ओर दीपक की जगमगाहट देखते ही बनती है। लोग अपने घरों को दीयों से सजाते हैं। इस बार परंपरागत मिट्टी के दीपक के साथ अहमदाबाद से मिट्टी के डेकोरेटिव दीपक भी बाजार में मौजूद हैं। अलग-अलग शेप में बने यह दीपक शहरवासियों को आकर्षित कर रहे हैं। ऐसे में कुम्हारों द्वारा बनाए पारंपरिक दीयों की मांग कम है।
दीपावली पर इस बार घर डेकोरेटिव दीपक से जगमगाएंगे। मिट्टी से बने डेकोरेटिव दीपक देखने में भी काफी आकर्षक हैं। बाजार में स्वस्तिक, पंच दीपक, पॉट शेप दीपक जिसमें मोम भरी होती है सहित अन्य डिजाइनर दीपक मिल जाएंगे। बाजार में इन्हें अलग-अलग कीमतों पर बेचा जा रहा है।
अहमदाबाद से आ रहे डिजाइनर दीपक
इस बार अहमदाबाद से बड़ी मात्रा में मिट्टी के डिजाइनर दीपक बाजार में आए हैं। बियाबानी चौराहा निवासी दिलीप प्रजापत ने बताया अहमदाबाद से मिट्टी के डिजाइनर दीपक मंगवाए हैं जिसकी भी बिक्री काफी अच्छी है। डिजाइनर दीपक खेरची में दो रुपए प्रति नग के हिसाब से बेचा जा रहा है। इन्हें देवास, नागदा, शाजापुर, आगर आदि शहरों में भी भेजा जा रहा है। दीपावली पर अच्छे व्यापार की उम्मीद है।
इलेक्ट्रॉनिक दीपक भी आए
बाजार में मिट्टी के दीपक के साथ इलेक्ट्रॉनिक दीपक भी मौजूद हैं। बिना तेल के यह दीपक लाइट से जलते है। प्लग में पिन लगाकर स्वीच ऑन करते ही यह जगमगाने लगते हैं लेकिन चाइनीज आयटम होने से इनकी कोई गारंटी नहीं होती। देखने में भले ही यह आकर्षक लगते हों लेकिन कीमत अधिक होने और बिजली से चलने के कारण यह कम पसंद किए जा रहे हैं। चूंकि दीपावली पर मिट्टी के दीपक लगाने की प्राचीन परंपरा है इसलिए लोग इन्हें कम ही पसंद कर रहे हैं।