कल बंद रह सकती हैं यात्री बसें:मप्र बस ऑनर्स एसोसिएशन के आह्वान पर एक दिन हड़ताल पर रहेंगे ऑपरेटर

26 फरवरी को बसों का संचालन बंद रह सकता है। बस ऑपरेटरों के एक दिन हड़ताल पर जाने की आशंका है। डीजल की बढ़ती कीमत व किराया वृद्धि नहीं किए जाने के विरोध में यह आह्वान किया है। ऐसे में यदि बसें बंद रहती हैं तो यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
प्रदेशभर से 28 हजार यात्री बसें चलती हैं। इनमें इंदौर संभाग की 6 हजार और उज्जैन जिले से 500 बसें भी शामिल हैं। बस संचालक शासन से किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। डीजल की बढ़ती कीमत अब 90 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई है। मप्र बस ऑनर्स एसोसिएशन ने 26 फरवरी की सुबह 5 बजे से लेकर 27 फरवरी की सुबह 5 बजे तक बसों का संचालन बंद कर ऑपरेटरों से हड़ताल पर रहने का आह्वान किया है।
एसोसिएशन के महामंत्री जय कुमार जैन ने दावा किया कि बंद का असर प्रदेशभर में पड़ेगा। भोपाल संभाग की बसें तो 26 व 27 दो दिन बंद रहने वाली हैं। इंदौर-उज्जैन सहित अन्य संभागों की बसें आह्वान के मुताबिक एक दिन हड़ताल पर रहेंगी। एसोसिएशन के उज्जैन प्रभारी शिव कुमार शर्मा ने कहा कि बंद को लेकर गुरुवार को नीमच, मंदसौर व रतलाम आदि जिलों के ऑपरेटरों की बैठक रखी गई है।
यह है ऑपरेटरों की मांगें
डीजल, टायर, स्पेयर पार्ट्स की कीमत में हो रही वृद्धि को रोकते हुए इसे कम किया जाए।
सितंबर-18 में किराया बोर्ड बैठक में बनी सहमति आधार पर किराया 50 फीसदी बढ़ाया जाए।
दस्तावेज के बावजूद परिवहन विभाग द्वारा चैकिंग के नाम पर जबरिया कार्रवाई रूकवाएं।
डीजल व पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। ताकि देशभर में एक जैसी कीमत हो सके। प्रदेश मनमाना टैक्स नहीं लगा पाए।
मांगें नहीं मानी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे बस ऑपरेटर
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी तो वे जल्द ही निर्णय लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। इन तमाम परिस्थितियों के बीच यात्रियों की ही मुश्किल बढ़ने वाली है। क्योंकि किराया बढ़ता है तो यात्री पर भार पड़ेगा और बसें बंद रहती है तो ट्रेन से सफर को मजबूर होना पड़ेगा।
उज्जैन से प्रमुख रूट की ट्रेन चालू
बसों की हड़ताल के बीच यह राहत है कि ट्रेन चालू हैं। उज्जैन से अधिकांश प्रमुख रूटों की ट्रेन चालू हैं। इंदौर-मंदसौर-रतलाम-नीमच व देवास सहित अन्य जिलों व प्रांतों के लिए ट्रेन चल रही हैं। यात्रियों को ट्रेन के टाइम टेबल के हिसाब से शेड्यूल बनाना पड़ेगा