उज्जैन को सौगात:जाम फ्री बनेगा फ्रीगंज, ब्रिज के लिए उज्जैन को मिले 55 करोड़

प्रदेश सरकार के बजट में उज्जैन को तीन ब्रिज व साइंस सिटी तथा तीन सड़कों की सौगात मिली है। सिंहस्थ-2016 से अटका फ्रीगंज ब्रिज अब बन सकेगा। इसके लिए बजट में 55 करोड़ का प्रावधान किया है। साथ ही मास्टर प्लान में प्रस्तावित लालपुर व जयसिंहपुरा ब्रिज भी बनाए जाएंगे। बजट में तीनों ब्रिज की मंजूरी हो गई है।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से उज्जैन के लिए बजट में प्रस्तावित फ्रीगंज ब्रिज के लिए राशि का प्रावधान करवाया गया है। तीनों ब्रिज के लिए मंगलवार को जारी बजट में राशि भी स्वीकृत हो गई है। सिंहस्थ-2016 में फ्रीगंज का नया ब्रिज प्रस्तावित किया गया था। इसको बनाने के लिए 22 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। मास्टर प्लान के तहत माधव क्लब रोड से देवासगेट तक ब्रिज प्रस्तावित है।

निर्माण एजेंसी एमपीआरडीसी ने ब्रिज का निर्माण तीन बत्ती चौराहा से चामुंडा माता चौराहा तक बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिया था, लेकिन मंथन पारमार्थिक संस्था की ओर से इस पर आपत्ति लेते हुए कोर्ट में जनहित याचिका लगाई गई थी। इसमें कोर्ट से स्टे हो गया था, इस वजह से ब्रिज का निर्माण सिंहस्थ के पहले नहीं हो पाया।

हालांकि उसके बाद जिला प्रशासन की ओर से कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती के साथ रखा गया और निर्माण का रास्ता खुल गया लेकिन सिंहस्थ के नजदीक होने से ब्रिज का निर्माण नहीं किया जा सका। उसके बाद किसान सम्मेलन में शामिल हाेने के लिए नानाखेड़ा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से दक्षिण के विधायक डॉ. मोहन यादव ने फ्रीगंज ब्रिज बनाने की मांग की थी।

जानिए बजट में उज्जैन को क्या मिला…

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने फिर से प्रयास किए और इस बार बजट में फ्रीगंज ब्रिज के लिए 55 करोड़ रुपए स्वीकृत हो गए। डॉ. यादव ने बताया प्रियदर्शिनी चौराहा से चामुंडा माता चौराहा तक फ्रीगंज ब्रिज बनाया जाएगा। इसके लिए बजट में राशि स्वीकृत हो गई है।

ब्रिज के बनने से पुराने शहर और फ्रीगंज के बीच आवागमन आसान होगा। जयसिंहपुरा रेलवे क्रासिंग पर भी ब्रिज बनाने के लिए 19 करोड़ व लालपुर-धतरावदा ब्रिज के लिए 28 करोड़ रुपए स्वीकृत हो गए हैं। सिंहस्थ-2028 को ध्यान में रखकर तीनों ब्रिज बनाए जाएंगे। ट्रेन के आने के दौरान सिंहस्थ में श्रद्धालुओं व साधु-संतों को रेलवे क्रासिंग व लालपुर में रुकना नहीं पड़ेगा। उनका आवागमन सुलभ हो सकेगा।

साइंस सिटी के लिए भी बजट में राशि स्वीकृत हो गई है, अब मौके पर कार्य शुरू किया जा सकेगा। चिंतामन मार्ग से जुड़े कच्चे रास्ते का निर्माण बायपास के लिए किया जाएगा। साथ ही अजराना से टकवासा तक भी सड़क का निर्माण किया जाएगा। बजट में इनके लिए राशि स्वीकृत हो गई है।

पोहा क्लस्टर और फूड प्रोसेसिंग उद्योगाें के आने की उम्मीद जागी

शहर को बड़े फायदे की उम्मीद की एक किरण एक जिला एक उत्पाद को प्रोत्साहित करने की घोषणा से है। इससे शहर में पोहा क्लस्टर बनने की उम्मीद पूरी हो सकेगी। उज्जैन जिले के लिए सरकार ने पोहा क्लस्टर का चयन किया था लेकिन उद्योगपतियों का कहना है कि इसके लिए सरकार ने जमीन और अधोसंरचना का प्रावधान नहीं किया है। इसके बिना क्लस्टर की उम्मीद नहीं की जा सकती। फूड प्रोसेसिंग उद्योगों के लिए भी जिले में बड़ी संभावनाएं एक्सपर्ट बताते हैं लेकिन इसके लिए सरकार के स्तर पर कोई घोषणा नहीं की गई है।

पर्यटन विकास के लिए स्मार्ट सिटी मिशन का ही दारोमदार

बजट से उम्मीद थी कि महाकालेश्वर मंदिर व रामघाट क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा पूर्व में घोषित 500 करोड़ रुपए देने की घोषणा पूरी होगी। यानी अब इस प्रोजेक्ट का दारोमदार केवल केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी व सिटी चैलेंज मिशन पर ही है। प्रदेश के बजट में इसका कोई उल्लेख नहीं है। इसके अलावा धर्मस्व क्षेत्र में भी कोई सीधा फायदा उज्जैन को नहीं मिला है। आगामी सिंहस्थ 2028 के लिए भी राज्य सरकार ने कोई प्रावधान नहीं किया है। हवाई पटि्टयों के विकास के क्रम में उज्जैन को भी फायदा मिल सकता है।

तारामंडल में साइंस सिटी विकसित होगी

महानंदा नगर क्षेत्र में बनाए गए तारामंडल में साइंस सिटी का बनाई जाएगी। शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए अध्ययन की आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएगी।

बायपास बनने से ग्रामीणों को सुविधा

चिंतामण बायपास सहित तीन सड़कों का भी निर्माण होगा। ग्रामीण क्षेत्रों से होकर बनने वाले इन मार्गों का फायदा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों और व्यापारियों को मिलेगा।

जयसिंहपुरा क्रॉसिंग पर अंडर पास बनेगा

हरसिद्धि मार्ग जयसिंहपुरा होकर चिंतामण रोड पर आने के लिए रेलवे क्रॉसिंग नंबर 7 पर अंडरपास बनाने का प्रावधान बजट में किया है। इसका फायदा सिंहस्थ में भी मिलेगा।

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