- प्रयागराज कुंभ के लिए मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण! हरिद्वार से आए निरंजनी अखाड़ा प्रमुख ने मुख्यमंत्री यादव से की भेंट, उज्जैन में साधु-संतों के लिए भूमि आवंटन निर्णय को स्वामी कैलाशानंद ने बताया प्रशंसनीय
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग-चंदन और रजत मुकुट के साथ सजे बाबा महाकाल, भक्तों ने किए अद्भुत दर्शन
- महाकाल के दर पर पहुंचे बी प्राक, भस्म आरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल की भक्ति में दिखे लीन, मंगलनाथ मंदिर में भी की पूजा
- भस्म आरती: बाबा महाकाल के दिव्य श्रृंगार और भस्म आरती के साथ गूंजा "जय श्री महाकाल"
- 25 दिसंबर को रिलीज़ से पहले 'बेबी जॉन' की टीम ने मांगा बाबा महाकाल का आशीर्वाद! उज्जैन में महाकाल मंदिर पहुंचे वरुण धवन और टीम, भस्म आरती में हुए शामिल
शिव-पार्वती विवाह….उमड़ा भक्तों का सैलाब
एक घंटे में सामान्य और आधे घंटे में सशुल्क दर्शन
उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व पर शिव भक्तों में भगवान के विवाह का सुबह से उल्लास छाया है। महाकालेश्वर मंदिर में देश भर से बड़ी संख्या में लोग भगवान महाकाल के दर्शनों को पहुंचने का सिलसिला जारी है। प्रशासन द्वारा भक्तों को सुगमता से भगवान के दर्शनों की व्यवस्था की है जिसके अंतर्गत सामान्य कतार में लगने वालों को एक घंटे और 250 रुपये सशुल्क दर्शन करने वालों को 30 मिनिट में भगवान के दर्शन हो रहे हैं। हालांकि इस वर्ष की गई व्यवस्था में लोगों को पैदल अधिक चलना पड़ रहा है, लेकिन कतार नहीं रुकने से दर्शनों का समय कम हो गया है।
कहां से किन श्रद्धालुओं को मिल रहा प्रवेश
ऑनलाइन बुकिंग से सामान्य दर्शनार्थियों, 250 रुपये सशुल्क दर्शनार्थियों के अलावा दिव्यांग और वृद्धजनों को चारधाम मंदिर के सामने से प्रवेश दिया जा रहा है। अलग-अलग बेरिकेड्स में प्रवेश के बाद लोगों को हरसिद्धि चौराहा, बड़ा गणेश के सामने से धर्मशाला की ओर मुड़ते हुए शंख द्वार के सामने से टनल के रास्ते मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। वीआईपी, मीडिया के लिये चौबीस खंबा होते हुए घाटी के रास्ते महाकाल थाने की ओर वाहन पार्क करने के बाद भस्मार्ती गेट से प्रवेश दिया जा रहा है। इसी प्रकार बड़ा गणेश मंदिर की गली से पुजारी व उनके परिवारों को भस्मार्ती गेट तक लाकर यहां से प्रवेश दिया जा रहा है।
गर्मी से बचाव के लिए मेट बिछाई, उस पर पानी का छिड़काव
प्रशासन द्वारा प्रवेश द्वार से लेकर मंदिर परिसर तक मेटीन बिछाई गई है ताकि बिना चप्पल जूते के चलने वाले लोगों के पांव न जलें, दर्शनों के बाद लौटने वाले मार्ग पर भी मेटीन बिछाकर उस पर लगातार पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है। कतार में लगे लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था की गई है इसके अलावा सशुल्क दर्शनार्थियों को पानी की बाटल भी दी जा रही है।
वैकल्पिक मार्ग सील
मंदिर पहुंचने वाले महाकाल चौराहा, बेगमबाग नवीन मार्ग, बड़ा गणेश की ओर जाने वाले मार्ग सहित सभी वैकल्पिक गलियों और मार्गों पर बेरिकेडिंग कर बंद करने के बाद यहां पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। अलग-अलग श्रेणी के श्रद्धालुओं को पूर्व से निर्धारित मार्गों से ही मंदिर की ओर प्रवेश दिया जा रहा है।
यह है निर्गम व्यवस्था
मंदिर में प्रवेश के बाद सामान्य दर्शनार्थियों की रेलिंग में तीन कतारें चल रही है जिनमें 250 रुपये शुल्क वाले लोग भी शामिल हैं, जबकि वीआईपी को भस्मार्ती गेट से प्रवेश देकर नगाड़ा गेट पर लाकर दर्शन कराने के बाद पुन: इसी मार्ग से बाहर किया जा रहा है। सामान्य दर्शनार्थी निर्गम द्वार से पुन: बड़ा गणेश की ओर से मुड़कर हरसिद्धि मंदिर चौराहा होते हुए चारधाम की ओर पार्किंग के पास बने जूता स्टैंड तक पहुंच रहे हैं।
कलेक्टर और एसपी मैदान में
हजारों की संख्या में भगवान महाकालेश्वर के दर्शनों को पहुंचेंगे। इसी अनुमान के साथ प्रशासन द्वारा पिछले दिनों से व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थीं। सुबह कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल स्वयं मंदिर पहुंचे। टनल के रास्ते मंदिर तक आने वाले श्रद्धालुओं से समय और व्यवस्था को लेकर फीडबैक भी लिया। कलेक्टर सिंह ने कहा कि एक लाख लोगों को दर्शन कराने का अनुमान है। एसपी शुक्ल ने बताया कि व्यवस्थाओं को चार हिस्सों में बांटा है।
100 मीटर दूर पहुंची लाइन
दर्शनार्थियों के लिये चारधाम मंदिर पार्किंग के सामने से कतार शुरू हो रही है जिनमें सशुल्क दर्शनार्थियों की लाइन खाली चल रही है जबकि सामान्य दर्शनार्थियों की लाईन शुरूआत से 100 मीटर दूर तक पहुंच चुकी थी।
फलाहार खिचड़ी बांटी
हरसिद्धि चौराहे से चारधाम पार्किंग की ओर जाने वाले मार्ग पर तीन स्थानों पर नॉन स्टाप फलाहार वितरण समाजसेवी संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है। एक संस्था द्वारा गाजर का हलवा तो दूसरी संस्थाओं द्वारा फरियाली खिचड़ी का वितरण किया जा रहा है।