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महिला-पुरुषों का जिला अस्पताल में हंगामा:घायल का इलाज कराने आए थे
जिला अस्पताल में सोमवार रात घायल पिता-पुत्र का इलाज कराने पहुंचे महिला-पुरुषों ने हंगामा किया। ड्यूटी डॉक्टर महिला ने हाथापाई की और अस्पताल चौकी के एएसआई को भी थप्पड़ मार दिया। सूचना मिलने के बाद चार थानों की पुलिस अस्पताल पहुंच गई और उत्पात करने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। घटना रात 10:30 बजे की बताई जा रही है। कानीपुरा रोड पर न्यू इंदिरा नगर निवासी अनिल सिंह 51 साल और उसके बेटे शुभम 23 का एक्सीडेंट हो गया था। दोनों को लेकर परिजन जिला अस्पताल पहुंचे थे। यहां ड्यूटी पर मौजूद डॉ. दीपक शर्मा ने कहा कि दोनों को भर्ती कर लेते हैं।
इस पर घायल अनिल की पत्नी किरण ने कहा कि आप प्राथमिक उपचार कर दो, हम अन्य जगह ले जाएंगे, भर्ती नहीं करना है। डॉक्टर ने कहा कि फिर आपको पर्चा जमा कराना होगा। महिला ने डॉक्टर के हाथ से पर्चा छीन लिया। इसी के बाद हाथापाई की नौबत आ गई। डॉक्टर से महिला-पुरुष झूमा-झटकी करने लगे तो अन्य कर्मचारी पुलिस चौकी से एएसआई नारायण पाल को बुलाकर लाए। पाल सादे कपड़े में थे। उन्होंने विवाद कर रहे महिला-पुरुषों को रोका तो महिला ने उन्हें भी थप्पड़ मार दिया।
इसके बाद वायरलैस सेट पर पाल ने कंट्रोल रूम को सूचित किया और बल बुलवा लिया। कुछ ही देर में कोतवाली सीएसपी पल्लवी शुक्ला समेत कोतवाली टीआई शंकर सिंह चौहान, महाकाल थाना टीआई अरविंद तोमर और अन्य थानों का बल पहुंच गया। मौके से तीन महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया किया जा रहा है। कोतवाली पुलिस ने बताया कि अस्पताल में लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए जाएंगे।
अस्पताल की चौकी में सुरक्षा के इंतजाम नहीं
जिला अस्पताल में पुलिस चौकी तो बनाई गई है लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। जो पुलिसकर्मी बैठते हैं वे अस्पताल के कर्मचारियों की तरह ही रहते हैं। सोमवार रात भी जब विवाद हुआ तो ड्यूटी पर मौजूद एएसआई सादे कपड़े में ही थे, अगर वर्दी में होते तो महिला हाथ उठाने की हिम्मत नहीं कर पाती। चौकी पर बैठने वाले पुलिसकर्मी सिर्फ देहात संबंधी पोस्टमार्टम कराने के अलावा सुरक्षा इंतजामों को लेकर भी कोई मतलब नहीं रखते, जबकि चौकी को बेहतर बनाने की आवश्यकता है।