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सुपर स्प्रेड पॉइंट ना बन जाए माधवनगर की ओपीडी
मरीजों के साथ परिजन भी आते हैं,जोकि कहीं न कहीं कोरोना पॉजिटिव के सम्पर्क में आने के चलते संक्रमित होने का खतरा उठाते हैं। इस ओर न तो जिला प्रशासन का ध्यान है और न ही हॉस्पिटल प्रशासन का। डॉक्टर्स का कहना है कि कुछ प्रतिशत अच्छे लोग भी यहां मरीज के साथ आने के बाद संक्रमित होते ही होंगे। क्योंकि लोग एक दूसरे से सटकर, मुंह के करीब आकर भीड़ लगाते हैं, जिन्हे कोई रोकता-टोकता नहीं है।
हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टर्स और कर्मचारियों का कलेक्टर को सुझाव है कि परिसर में टेंट लगाकर काउंसलिंग की टेबल्स एवं पंजीयन पर्ची बनवाने की व्यवस्था की जाए। परिसर बड़ा होने के कारण लोग तय गोले में दूरी पर खड़े रहेंगे। ऐसा होने से अंदर ओपीडी में अस्थायी वार्ड बनाया गया है, पेरा मेडिकल स्टॉफ को काम करने की सुविधा रहेगी तथा हर किसी की एंट्री बंद हो जाएगी।