महाकाल भक्तों को सुविधा देने की तैयारी:आसान दर्शन के लिए भक्तों को नि:शुल्क वाहन सुविधा देने स्मार्ट सिटी बनाएगी प्रोजेक्ट

आने वाले कुछ महीनों में महाकाल आने वाले ऐसे भक्तों जिन्हें लंबी दूरी तक चलने में कठिनाई होती है, उन्हें नि:शुल्क तिपहिया वाहन मंदिर प्रबंध समिति उपलब्ध करा सकती है। यह प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी बना रही है। इसके अलावा मंदिर पहुंच मार्ग दर्शाने के लिए स्थायी संकेतक और साइन बोर्ड भी तैयार किए जा रहे हैं।

देश के विभिन्न क्षेत्रों से महाकालेश्वर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को पहुंच मार्गों पर संकेतक और सूचना बोर्ड नहीं होने से कई बार भटकना पड़ता है। उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाने से वे गलत मार्ग पर पहुंच जाते हैं। उन्हें फिर से लंबी दूरी तय कर दर्शन कतार की ओर जाना पड़ता है।

स्टैंडर्ड संकेतक और बोर्ड बनाने का काम शुरू

महाकालेश्वर मंदिर की ओर जाने वाले मार्गों पर रास्ता दर्शाने के लिए स्टैंडर्ड संकेतक लगाए जाएंगे। लोहे के बने स्थायी संकेतक पर पार्किंग और दर्शन कतार की सूचना मिलेगी। इसके अलावा अन्य जानकारी देने के लिए भी बोर्ड तैयार होंगे। यह बोर्ड वहां लगेंगे जहां श्रद्धालु रुक कर जानकारी हासिल कर सकें। मंदिर में होने वाले अनुष्ठान, पूजा-पाठ, दर्शन, दान आदि के बारे में श्रद्धालुओं को सही जानकारी मिलेगी।

स्मार्ट सिटी कंपनियों से मंगाएगी प्रस्ताव

श्रद्धालुओं को वाहन सुविधा देने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनियों से प्रस्ताव बुलाएगी। स्मार्ट सिटी इस तरह का प्रोजेक्ट बनाना चाहती है जिसमें वाहन संचालक एजेंसी मंदिर समिति को कुछ राशि भी दे तथा श्रद्धालुओं को नि:शुल्क सेवा भी। इसके बदले वह विज्ञापन आदि से आय अर्जित कर सकती है। इस तरह का प्रस्ताव स्मार्ट सिटी के विशेषज्ञ तैयार कर रहे हैं। एजेंसी ई-रिक्शा से अलग कुछ खास तरह के वाहन चलाना चाहती है जो सुविधाजनक होने के साथ मंदिर की प्रतिष्ठा को भी बढ़ाए। स्मार्ट सिटी इसके लिए कंपनियों से प्रस्ताव बुलाएगी। जिसका प्रस्ताव सबसे अच्छा होगा, उसे स्वीकार किया जाएगा।

पैदल चलने वालों के लिए ज्यादा दिक्कत

भास्कर ने यह मुद्दा उठाया था। यह सुझाव भी दिया था कि चारधाम मंदिर मार्ग पार्किंग से दर्शन कतार तक जाने के लिए ऐसे श्रद्धालुओं को वाहन सुविधा जरूरी है जिन्हें लंबी दूरी तक पैदल चलने में कठिनाई आती है। इनमें दिव्यांग, वृद्ध, बीमार, बच्चों के साथ आईं महिलाएं आदि शामिल हैं। इन्हें ई-रिक्शा जैसी सुविधा उपलब्ध होने से दर्शन में आसानी होगी। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह और प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने श्रद्धालुओं को आ रही परेशानी को देखते सुझावों पर अमल शुरू कर दिया है।

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