- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
उज्जैन कैसे लड़ेगा कोरोना के नए वेरीएंट ओमिक्रॉन से…?
माधवनगर हॉस्पिटल की नई आईसीयू में वेंटीलेटर बंद, मॉनीटर खराब, इलेक्ट्रिक सप्लाय भी अवरुद्ध
उज्जैन। कोरोना के नए वेरीएंट ओमिक्रॉन ने दुनियाभर के देशों में दहशत पैदा कर दी है। मंगलवार को प्रदेश के मुख्य सचिव इकबालसिंह बैस ने सभी जिलों में कोरोना से लडऩे के लिए किए इंतजमों की समीक्षा की है। इस दौरान उज्जैन जिले के अधिकारियों ने हर बात में हामी भरी, लेकिन सीएस को इस बात के लिए अंधेरे में रखा गया कि करोड़ों रुपए खर्च करके कोरोना की सेकंड वेब के समय माधवनगर में नई आईसीयू तैयार की गई थी। उस आईसीयू के मॉनीटर, वेंटीलेटर बंद पड़े हैं, वहीं इलेक्ट्रिक सप्लाय की लाइन अवरुद्ध है।
माधवनगर को कोरोना रोग के उपचार के लिए अलग से तैयार किया गया था। इस हॉस्पिटल को करोड़ों रुपए खर्च करके नए सिरे से तैयार किया था। अभी के हालात यह है कि भूतल पर बनी न्यू आईसीयू में लगे मानीटर बंद पड़े हैं। इसी प्रकार यहां लगे वेंटीलेटर कम तो है ही लेकिन बंद होने से जो उपलब्ध है, वे भी काम के नहीं है। एक तरफ की पूरी इलेक्ट्रिक सप्लाय करीब एक वर्ष से बंद पड़ी है। डॉक्टर्स कितनी ही बार सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन को बता चुके हैं लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
हंसते हैं डॉक्टर्स और पेरा मेडिकल स्टॉफ
यहां आईसीयू में पदस्थ डॉक्टर्स एवं पेरा मेडिकल स्टाफ से जब तैयारियों को लेकर चर्चा की जाती है तो वे हंस देतेे हैं। उनके अनुसार आईसीयू इतनी अच्छी थी कि लोग तारीफ करते थे। अब कंडम हो गई है। इसका मुख्य कारण संधारण नहीं होना है। वेंटीलेटर जितने थे, वे कम होते चले गए। बंद पड़े मॉनीटरों की संख्या बढ़ती जा रही है। सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम फेल हो गया है। इलेक्ट्रिक सप्लाय अवरुद्ध है। ऐसे में देखने में आईसीयू अच्छी लगती है लेकिन उपचार के काम की नहीं रही। अब ये प्रायवेट वार्ड जैसी हो गई है।
हम हैं तैयार…..बोलो शासन से अनुबंध करने का
आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार के नोडल अधिकारी डॉ. सुधाकर वैद्य के अनुसार कोरोना रोग के उपचार के लिए उनके यहा 700 बेड की तैयारी है। इन बेड पर तीन ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाय की व्यवस्था है। वेंटीलेटर पर्याप्त है वहीं मॉनीटर की कमी नहीं है। सशुल्क उपचार के लिए मरीज आ सकते हैं। चंूकि शासन ने नि:शुल्क उपचार का अनुबंध फिलहाल नही किया है, ऐसे में हम नि:शुल्क उपचार नहीं कर सकते हैं। शासन अनुबंध करेगा तो हम तैयार हैं।
इनका कहना है
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ.संजय शर्मा ने कहा कि हमारी तैयारियां पूरी है। जब शा. माधवनगर की न्यू आईसीयू को लेकर पूछा गया तो वे बोल- वहांं की कमियों में सुधार लाना है। कलेक्टर के साथ दौरा किया था। जल्द ही नई व्यवस्थाएं जुटा लेंगे।