युनूस गिरफ्तार, खुशबू यादव को छोड़ा,बोली- युवक मेरा भाई, जात-पात के नाम पर लोगों ने फंसाया

मामला: महाकाल मंदिर में गलत आईडी से भस्म आरती में प्रवेश करने का

उज्जैन।गलत आईडी से भस्म आरती दर्शन की अनुमति लेकर मंदिर में प्रवेश करने वाले युवक-युवती को सुरक्षा गार्डों ने पकड़ा। पूछताछ के बाद महाकाल पुलिस के सुपुर्द किया जहां पुलिस ने मामले में युवक के खिलाफ धारा 420, 419 में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जबकि युवती को रात ढाई बजे उसकी मां के सुपुर्द कर छोड़ा गया।

मो. युनूस पिता अब्दुल वहाब निवासी कर्नाटक हालमुकाम योगेश्वर अपार्टमेंट मुंबई खुशबू यादव के साथ फर्जी आईडी से भस्मार्ती अनुमति लेकर मंदिर में दर्शनों को पहुंचा था। सिक्योरिटी गार्डों ने अभिषेक दुबे के नाम से दिखाये गये आईडी से मो. युनूस को शंका होने पर पकड़ा और पूछताछ के बाद महाकाल पुलिस के सुपुर्द किया। पुलिस ने बताया कि लोकेश पिता दिनेश कुमार शर्मा प्यून महाकाल प्रबंध समिति की रिपोर्ट पर युनूस के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया, जबकि उसके साथ मंदिर पहुंची खुशबू यादव को उसकी मां पार्वती यादव के सुपुर्द कर दिया गया।

कोरोना के पूर्व हर माह आती थी दर्शन करने: खुशबू

हमें जात पात के नाम पर कुछ लोगों ने फंसाया है। मेरा भाई आज उन्हीं लोगों की वजह से जेल में बंद है। मैं किसी के खिलाफ कुछ नहीं कह सकती हूं। मुझे अपने भाई को छुड़ाना है। मेरा भाई मुस्लिम है इसलिये लोगों ने दूसरा रंग दे दिया। मैं कोई रिस्क नहीं उठा सकती। हमारा मकसद दर्शन करना ही था। मैंने ही उसकी सही आईडी दिखाई। कोई फ्राड नहीं किया। मैं जब से उज्जैन आई तभी से कुछ लोग मेरे पीछे पड़े थे। जात पात के नाम पर लोगों ने भाई बहन के रिश्ते को लव जिहाद का नाम दे दिया।

मैं तो मेडम के घर 10 साल से नौकरी कर रहा हूं : मो. युनूस

मेडम के यहां पिछले 10 वर्षों से नौकरी कर रहा हूं। घर में उनकी मां पार्वती यादव भी रहती हैं। मैडम काम पर जाती हैं। मेडम तो हर महीने महाकाल दर्शन करने आती थी। अभी लॉकडाऊन के वजह से दो वर्षों से नहीं आईं। हम लोग मुंबई से फ्लाइट के द्वारा इंदौर पहुंचे थे जहां से टैक्सी कर उज्जैन आये। यहां होटल में ठहरने के बाद अगले दिन सुबह भस्म आरती दर्शन करने गये थे। मैंने मेडम से दूसरा आईडी लेकर दर्शन करने जाने के लिये इंकार किया था लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ नहीं होगा इसलिये मंदिर चला गया।

फर्जी आईडी से प्रवेश पर युनूस को पकड़ा था, मंदिर समिति एक्ट का अध्ययन करेंगे : प्रशासक धाकड़

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में किसी भी धर्म के लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित नहीं है, लेकिन तरीका सही होना चाहिये। मो. यूनूस को फर्जी आईडी दिखाकर मंदिर में प्रवेश करने पर पकड़ा था। अन्य धर्मों के मंदिर में प्रवेश को लेकर मंदिर समिति एक्ट का अध्ययन करेंगे यह बात मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने अक्षरविश्व से चर्चा में कही।

बुधवार सुबह खुशबू यादव और मो. युनूस को मंदिर के सिक्योरिटी गार्ड ने फर्जी आईडी से भस्म आरती में शामिल होने पर पकड़ा था। इसको लेकर आम लोगों में मंदिर एक्ट और अन्य धर्मों के लोगों के मंदिर में प्रवेश को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। स्थिति स्पष्ट करते हुए प्रशासक धाकड़ ने बताया कि अब तक इस प्रकार का मामला सामने नहीं आया है। सामान्य दर्शनार्थियों की लाइन से किसी भी धर्म,सम्प्रदाय के लोग भगवान के दर्शन कर सकते हैं। यदि महाकालेश्वर मंदिर समिति एक्ट में इसको लेकर कोई निर्देश हैं तो उनका भी अध्ययन किया जायेगा। जिसे भी दर्शन करना हो उसका प्रवेश का तरीका सही होना आवश्यक है।

 

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