कचरे के ढेरों से दवा बाजार हुआ बीमार

पार्किंग के लिये बने बेसमेंट में पानी, कीचड़ और कचरे से फैल रही बदबू

उज्जैन।फ्रीगंज स्थित दवा बाजार वर्तमान में बीमार हो चुका है। यहां नियमित सफाई नहीं होने व पार्किंग के लिए बने बेसमेंट में पानी, कीचड़ और बदबू से व्यापारी परेशान हैं। खास बात यह कि इस बाजार में 300 से अधिक दुकानें हैं जहां पर पर्याप्त सफाईकर्मी तक नहीं हैं।

दवा बाजार का बेसमेंट पार्किंग के लिये ठेकेदार द्वारा आरक्षित रखा गया। ग्राउण्ड फ्लोर से थर्ड फ्लोर तक कुल 300 दुकानें हैं। ग्राउण्ड फलोर की 100 दुकानों के अलावा दूसरी मंजिल पर कुछ दवा व्यापारियों ने दुकानें व गोदाम बनाये हैं जबकि तीसरी मंजिल पर कोचिंग क्लासेस संचालित होती हैं।

ग्राउण्ड फ्लोर के दवा व्यापारियों के कर्मचारी प्रतिदिन दुकान की सफाई के बाद कचरा बेसमेंट में फेंक देते हैं जो वर्षों से बेसमेंट में ही एकत्रित हो रहा है। दवा दुकान संचालक दवा बाजार कोऑडिनेटर राजेन्द्र झालानी ने बताया कि समिति द्वारा 4 सफाईकर्मी रखे हैं जो दुकानें खुलने के पहले ही अपना काम कर चले जाते हैं। बेसमेंट में बाजार पानी की आव है इस कारण पानी व कीचड जमा रहता है। यहीं पर कचरा एकत्रित होने के कारण कीडे उत्पन्न हो गये हैं। बदबू व गंदगी से मच्छरों की समस्या वर्ष भर बनी रहती है।

निजी बाजार तो सफाई की जिम्मेदारी भी समिति की

राजेन्द्र झालानी ने बताया कि दवा बाजार की सभी दुकानें निजी हैं। सफाई के लिये नगर निगम अफसरों से मिले थे जिनसे जवाब मिला कि बाजार निजी है तो बेसमेंट सहित पूरे परिसर की सफाई कराना भी समिति की है। बेसमेंट से कचरा बाहर मेन रोड तक डलवाएं जिसका कलेक्शन नगर निगम के कचरा वाहन द्वारा किया जायेगा।

नगर निगम सफाईकर्मी बेसमेंट की सफाई नहीं करेंगे। दवा बाजार के व्यापारियों ने बताया कि करीब 10 साल पहले गिर्राज कंस्ट्रक्शन द्वारा दवा बाजार का निर्माण कर दवा के होलसेल व्यापारियों को प्राथमिकता के आधार पर दुकानें विक्रय की गई थीं। इसके बाद दूसरी व तीसरी मंजिल की दुकानें नहीं बिकीं तो दूसरे लोगों को बेची गई थीं। बाजार निर्माण के समय से ही बेसमेंट में पानी की समस्या बनी हुई है जिसका आज तक स्थायी हल नहीं निकल पाया।

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