- भस्म आरती: हनुमान अष्टमी पर्व आज, बाबा महाकाल को त्रिपुण्ड, ड्रायफ्रूट, वैष्णव तिलक अर्पित कर किया गया हनुमान जी स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- उज्जैन आईटी पार्क: भूमिपूजन से पहले उज्जैन आईटी पार्क को मिली जबरदस्त सफलता, 11 कंपनियों की आई जबरदस्त डिमांड
- भस्म आरती: मस्तक पर सूर्य, भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
प्रत्येक सोमवार को महाकाल में शीघ्र दर्शन प्रोटोकाल व्यवस्था बंद:महाकाल मंदिर का परिसर भक्तों के लिए खुला
श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण महिना शुरू होने के बाद अब प्रत्येक सोमवार को मंदिर में दर्शन व्यवस्था के तहत शीघ्र दर्शन 250 रूपए वाली रसीद और प्रोटोकाल व्यवस्थाएं बंद रहेगी। वहीं शुक्रवार से ही महाकाल मंदिर का परिसर भक्तों के लिए खुल गया है। कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने 10 जुलाई को निकलने वाली बाबा महाकाल की पहली सवारी की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक ली।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण महिना प्रारंभ होते ही देशभर के भक्तों की भीड़ भी मंदिर में दर्शन के लिए आने लगी है। श्रद्धालुओं को सुविधा पूर्वक दर्शन कराने के लिए कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने सोमवार को अधिक भीड़ होने से 250 रूपए वाली शीघ्र दर्शन व्यवस्था और प्रोटोकाल की व्यवस्था बंद रखने के निर्देश मंदिर प्रशासन को दिए है। कंट्रोल रूम पर आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान 10 जुलाई को निकलने वाली बाबा महाकाल की श्रावण की प्रथम सवारी की व्यवस्था को लेकर भी चर्चा हुई है। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि नगर निगम सवारी मार्ग के जर्जर भवनों पर अपनी ओर से प्रत्येक सवारी निकलने के पूर्व 2-2 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए। ऐसे भवनों तथा खुली दीवारों पर कोई भी श्रद्धालु न चढ़े। सवारी मार्ग की सभी नालियों को पैक कराया जाए। बैठक में कहा कि सवारी के दौरान अधिक प्रेशर वाले पाइंट्स का पहले की वीडियो देखकर अध्ययन कर निराकरण किया जाए। बैठक में एसपी सचिन शर्मा,एडीएम अनुकूल जैन, एएसपी आकाश भूरिया, मन्दिर समिति प्रशासक संदीप सोनी, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक एवं प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।
मंदिर परिसर में आते ही भक्तों के चेहरे खिले-
श्री महाकालेश्वर मंदिर में निर्माण कार्य के कारण भक्तों को मंदिर परिसर में प्रवेश नही दिया जा रहा था। नई टनल के ऊपरी मार्ग से भक्तों का प्रवेश शुरू होने के बाद शुक्रवार से नई व्यवस्था में भक्तों को मंदिर परिसर में भी प्रवेश मिला। परिसर के अन्य मंदिरों में दर्शन कर भक्तों के चेहरे खिल उठे। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन लाभ लिए।
रविवार सवारी के लिए होगी मॉकड्रील-
सवारी की व्यवस्था के लिए आयोजित बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि जिन अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी सवारी मार्ग में लगाई गई है, वे लोग रविवार 9 जुलाई को शाम 4 बजे से अपने-अपने तैनाती स्थल पर मौजूद रहेंगे। वरिष्ठ अधिकारियों की टीम त्रिवेणी संग्रहालय से प्रारम्भ करके सम्पूर्ण सवारी मार्ग का भ्रमण कर सवारी की मॉकड्रील करवाएंगे।
छह स्थानों पर एम्बुलेंस तैनात रहेगी-
सवारी के दौरान कोट मोहल्ला, गणगौर दरवाजा, चारधाम मन्दिर, छत्रीचौक, कमरी मार्ग, केडी गेट की ओर स्वास्थ्य विभाग की एक-एक एम्बुलेंस तैनात करने के निर्देश दिये गये। इसी तरह महाकाल मन्दिर, महाकाल लोक, चारधाम मन्दिर पर स्वास्थ्य विभाग की एक-एक टीम तैनात करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने कहा कि मेडिकल टीम का रिस्पांस टाईम न्यूनतम होना चाहिए।
पहली सवारी 10 जुलाई को व शाही सवारी 11 सितम्बर को निकलेगी
श्रावण एवं भादौ मास में निकलने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी के क्रम में
प्रथम सवारी 10 जुलाई को निकाली जाएगी।
द्वितीय सवारी 17 जुलाई को।
तृतीय सवारी 24 जुलाई को।
चतुर्थ सवारी 31 जुलाई को।
पांचवी सवारी 7 अगस्त को।
छटी सवारी 14 अगस्त को ।
सातवी सवारी एवं नागपंचमी पर्व 21 अगस्त को।
आठवी सवारी 28 अगस्त ।
नौंवी सवारी 4 सितम्बर।
दसवीं सवारी 11 सितम्बर को प्रमुख व शाही सवारी निकाली जाएगी।
इन निर्देशों को भी जाने-
सवारी मार्ग में चॉकलेट, केले, शरबत होगा भजन एवं झांझ मण्डलियों को निरन्तर चलायमान रहेगी रामघाट पर भजन मण्डली के सदस्य पर नियंत्रण रहे रामघाट से सवारी चलने के पूर्व मंडलियों को आगे बढ़ाएं सवारी लौटने के दौरान मन्दिर में अनावश्यक लोग एक साथ प्रवेश न करें। मार्ग में बेरिकेटिंग कर क्षेत्र को सेक्टर में बांटकर पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। मार्ग के सभी ट्रांसफार्मरों पर कर्मचारियों की तैनाती और आपात समय में बिजली सप्लाय की वैकल्पिक व्यवस्था रखें