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श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति:चलित भस्मआरती के 15 दिन पूरे, दो सोमवार को 85 हजार व आम दिनों में 30 हजार श्रद्धालु कर रहे दर्शन
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन के लिए देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को अब भस्मआरती के लिए इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने 4 जुलाई से चलित भस्मआरती की व्यवस्था की है। इसके 15 दिन मंगलवार को पूरे हो गए। मंदिर प्रशासक के अनुसार इस दौरान दो सोमवार को 85 हजार श्रद्धालुओं ने चलित भस्मआरती का लाभ लिया, जबकि आम दिनों में औसत 30 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन इसमें सहभागी हो रहे हैं।
प्रशासक संदीपकुमार सोनी ने बताया कि प्रत्येक सोमवार को कार्तिकेय मंडपम् को पूरा खाली रखा जा रहा है, जिसमें सतत 3-4 पंक्तियाें में श्रद्धालु भस्मआरती के दर्शन लाभ लेते हैं। श्री महाकालेश्वर की भस्मआरती में बिना पंजीयन के भी प्रतिदिन पट खुलने से लेकर चलित भस्मआरती की व्यवस्था में औसत 30 से 40 हजार भक्तों ने दर्शन किए। प्रतिदिन भी कार्तिकेय मंडपम् की 2-3 बैरिकेड्स से श्रद्धालु चलित भस्मआरती का लाभ ले रहे हैं।
रविवार रात ढाई बजे खुलते हैं पट
सावन माह के प्रथम सोमवार को ही पट खुलने से भस्मआरती समाप्त होने तक 30 हजार भक्तों ने चलित भस्मआरती के दर्शन किए। दूसरे सोमवार यह आंकड़ा 55 हजार तक पहुंच गया है। श्रावण माह में श्री महाकालेश्वर की भस्मआरती के लिए मंदिर के पट 4 जुलाई से 11 सितंबर तक प्रत्येक रविवार रात 2.30 बजे और अन्य दिनों में सुबह 3 बजे खाेले जा रहे हैं।
सोमवती अमावस्या पर 65 क्विंटल लड्डू प्रसादी ले गए श्रद्धालु : सावन माह की दूसरी सवारी सोमवार को 65 क्विंटल से अधिक लड्डू प्रसाद का विक्रय हुआ। प्रशासक के अनुसार दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए 7 काउंटर लगाए थे। आने वाले सोमवार को जरूरत पड़ने पर काउंटर की संख्या बढ़ाई जा सकती है।