Ujjain Simhastha Mela क्षेत्र में विकास कार्यों की तैयारी: 15 अप्रैल तक तैयार होगी DPR, 25 जून से शुरू होंगे विकास कार्य; महाकाल महालोक से लेकर श्री महाकालेश्वर मंदिर और शहर हर पहलू पर दिया जयेगा विशेष ध्यान

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन सिंहस्थ मेला क्षेत्र में व्यापक विकास कार्यों की तैयारियां जोरों पर हैं, और इन कार्यों को अगले कुछ महीनों में युद्ध स्तर पर पूरा किया जाएगा। मेला क्षेत्र के विकास के लिए डीपीआर (Detailed Project Report) 15 अप्रैल तक तैयार कर ली जाएगी, और 25 जून से कार्य शुरू हो जाएगा। इस परियोजना के तहत 200 एमएलडी पेयजल क्षमता के विकास के साथ-साथ 160 एमएलडी का सीवरेज नेटवर्क भी तैयार किया जाएगा, जिससे मेला क्षेत्र में हर श्रद्धालु को पर्याप्त जल आपूर्ति और सफाई की व्यवस्था मिलेगी। इसके अलावा, 100 एमएलडी पेयजल क्षमता की हरियाखेड़ी परियोजना पर भी कार्य चल रहा है।
सुरक्षा और टेक्नोलॉजी की दिशा में भी अहम कदम उठाए गए हैं। सिंहस्थ के दौरान फेस रिकग्निशन, अलर्ट सिस्टम, और ऑल इन वन ऐप जैसे तकनीकी उपायों का विकास किया जाएगा, जिससे सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सके।
पर्यटन के विकास की दिशा में भी कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। महाराजवाड़ा हेरिटेज होटल से लेकर पंचकोशी यात्रा मार्ग और महाकाल महालोक तक सभी प्रमुख स्थलों का उन्नयन किया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार पर भी सरकार का ध्यान केंद्रित है। आगामी सिंहस्थ में 500 अस्थायी अस्पताल, ब्लड बैंक, ट्रॉमा सेंटर सहित स्वास्थ्य सुविधाओं को 6 जोन में बांटा जाएगा। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग का विशेष ध्यान हैजा और अन्य मौसम जनित बीमारियों और आपदा प्रबंधन के रिस्पांस पर भी ध्यान रखा जाएगा। स्वास्थ्य प्लान में आयुष विभाग को भी जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही, साफ-सफाई के लिए 16,220 कर्मियों की आवश्यकता होगी, जिससे मेला क्षेत्र में हर समय सफाई बनी रहे।
उज्जैन में चल रहे विकास कार्यों का अहम हिस्सा महाकाल महालोक का नवीनीकरण है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक नया आकर्षण बनने जा रहा है। श्री महाकालेश्वर मंदिर के परिसर में स्टोन क्लेडिंग, नया वेटिंग हॉल, मार्बल क्लेडिंग और फ्लोरिंग कार्य तेजी से चल रहे हैं। इन कार्यों से मंदिर की भव्यता और आस्था में वृद्धि होगी। इसके अलावा, महाकाल महालोक की मूर्तियों के नीचे पौराणिक कथाओं का वर्णन किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को एक नया अनुभव मिलेगा।
नारायणा धाम के श्रीकृष्ण सुदामा मंदिर के विकास कार्य भी जारी हैं, जिनसे श्रद्धालुओं की सुविधाओं में और वृद्धि होगी। विजिटर फेसिलिटेशन सेंटर और भक्त निवास निर्माण कार्य जल्द ही पूरे किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं को अधिक आरामदायक और सुखद अनुभव मिल सके।
रोड रेस्टोरेशन के तहत जल जीवन मिशन के अंतर्गत सड़कों की स्थिति को बेहतर किया जा रहा है। मार्च 2025 तक रोड रेस्टोरेशन के सभी कार्यों को पूर्ण किया जाएगा और इसके बाद पुनः निरीक्षण किया जाएगा। सड़क निर्माण में सुरक्षा का खास ध्यान रखा जा रहा है, ताकि सड़कों की गुणवत्ता और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इन तमाम विकास कार्यों के साथ उज्जैन का धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर एक नए रूप में सामने आने वाला है। महाकाल महालोक से लेकर श्री महाकालेश्वर मंदिर और शहर की सड़कों तक, हर पहलू पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी बेहतर बनाया जा सके।