विक्रम विश्वविद्यालय का ऐतिहासिक 29वां दीक्षांत समारोह, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को मिलेगा मानद उपाधि सम्मान; 30 मार्च को गुड़ी पड़वा के अवसर पर होगा समारोह

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन अपने 29वें दीक्षांत समारोह की तैयारियों में जुटा हुआ है, जो इस बार 30 मार्च को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा के शुभ अवसर पर आयोजित किया जाएगा। यह समारोह कई मायनों में ऐतिहासिक होने जा रहा है, क्योंकि पहली बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। यह समारोह इसलिए भी ऐतिहासिक होगा क्योंकि 2007 के बाद यह पहली बार होगा जब विक्रम विश्वविद्यालय मानद उपाधि प्रदान करेगा।
छात्र-छात्राओं के लिए यह एक विशेष अवसर होगा, जहां उन्हें उनके शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित उपाधियाँ प्रदान की जाएंगी। इस वर्ष कुल 140 विद्यार्थियों को स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की उपाधियाँ दी जाएंगी। अब तक 40 विद्यार्थियों ने अपना पंजीयन पूरा कर लिया है, जबकि बाकी को 18 मार्च तक अनिवार्य रूप से पंजीयन कराना होगा।
जानकारी के लिए बता दें, 30 मार्च 2025 का दिन विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा, जब चैत्र नववर्ष संवत्सर प्रतिपदा (गुड़ी पड़वा) के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को डी.लिट (मानद उपाधि) से सम्मानित किया जाएगा। यह गौरवशाली क्षण केवल विश्वविद्यालय ही नहीं, बल्कि संपूर्ण मध्यप्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को यह उपाधि उनकी शिक्षा, समाज सेवा और प्रशासन में असाधारण योगदान के लिए प्रदान की जा रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले यह मानद उपाधि पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी, जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री अवधेशानंद गिरि, लेफ्टिनेंट कर्नल राजवर्धन सिंह राठौर, पूर्व न्यायाधीश श्री रमेशचंद्र लहोटी, इफको के प्रबंध निदेशक उदयशंकर अवस्थी, वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता और पद्मभूषण डॉ. अनिल कोहली को प्रदान की जा चुकी है।
राष्ट्रपति को आमंत्रण, विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने बताया कि इस ऐतिहासिक दीक्षांत समारोह में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोहों को पं. जवाहरलाल नेहरू, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, डॉ. हरगोविंद खुराना, महादेवी वर्मा, प्रो. नुरुल हसन और अन्य महान विभूतियों ने संबोधित किया था।
दीक्षांत समारोह में अन्य विशेष सम्मान
गुजरात के पद्म भूषण से सम्मानित श्री कमलेश डी. पटेल को भी इस दीक्षांत समारोह में “वसुधैव कुटुंबकम्” की भावना को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने के लिए डी.लिट की मानद उपाधि से विभूषित किया जाएगा।
140 मेधावी विद्यार्थियों को स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपाधियाँ और स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे।
75 शोधार्थियों को पीएचडी और 2 शोधार्थियों को डी.लिट उपाधि दी जाएगी।
बता दें, इस दीक्षांत समारोह में 2024 की स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को स्वर्ण पदक से नवाजा जाएगा।
पीएचडी उपाधि – 75 शोधार्थियों को प्रदान की जाएगी।
डी.लिट उपाधि – 2 शोधार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
स्वर्ण पदक (140 विद्यार्थियों को):
- नॉन-CBCS श्रेणी – 38 स्नातकोत्तर और 17 स्नातक स्तर के विद्यार्थी।
- CBCS श्रेणी – 47 स्नातकोत्तर और 18 स्नातक स्तर के विद्यार्थी।
- प्रायोजित मेडल – 20 विद्यार्थियों को विशेष सम्मान।