नाग पंचमी पर खुलेंगे श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, लाखों श्रद्धालु होंगे उज्जैन में एकत्रित; टिकट व्यवस्था को लेकर असमंजस!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में नाग पंचमी का पर्व इस वर्ष 29 जुलाई को अत्यंत श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा। इस पावन अवसर पर महाकाल मंदिर की तीसरी मंजिल पर स्थित श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट परंपरानुसार 28 जुलाई की आधी रात 12 बजे से 24 घंटे के लिए श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोले जाएंगे।

यह मंदिर पूरे वर्ष में केवल एक दिन — नाग पंचमी के अवसर पर ही श्रद्धालुओं के लिए खुलता है। ऐसे में दर्शन का यह अवसर अत्यंत दुर्लभ और पुण्यदायक माना जाता है। मान्यता है कि श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन मात्र से काल सर्प दोष और अन्य ग्रह बाधाएं दूर होती हैं। यही कारण है कि इस दिन देशभर से लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं।

हर वर्ष की तरह इस बार भी शीघ्र दर्शन टिकट की उम्मीदें हैं, जिससे लंबी कतारों से बचा जा सके। किंतु अभी तक मंदिर समिति ने इस विषय में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। न तो यह स्पष्ट किया गया है कि टिकट मिलेंगे या नहीं, और न ही यह बताया गया है कि अगर मिलेंगे, तो ऑनलाइन या ऑफलाइन व्यवस्था में होंगे।

पिछले वर्ष ऑनलाइन टिकटिंग सिस्टम को लेकर श्रद्धालुओं में खासा असंतोष देखा गया था। वेबसाइट बार-बार क्रैश हुई, ट्रांजेक्शन फेल हुए और टिकट मिलने की प्रक्रिया भ्रमित रही। इसका असर यह हुआ कि बहुत से श्रद्धालु टिकट न ले सके और उन्हें सामान्य कतार में खड़ा होना पड़ा। यही कारण है कि इस वर्ष लोग पहले से स्पष्टता चाहते हैं, लेकिन मंदिर प्रशासन की चुप्पी से असमंजस और बढ़ गया है।

महंत करेंगे मध्यरात्रि पूजन, फिर शुरू होंगे दर्शन

28 जुलाई की रात करीब 12 बजे, श्री महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत विनीत गिरी महाराज विशेष पूजन करेंगे। पूजन के बाद मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और अखाड़े की देखरेख में ही इस विशेष पूजन की संपूर्ण व्यवस्था होती है। विशेष बात यह है कि शीघ्र दर्शन टिकट से प्राप्त राशि महानिर्वाणी अखाड़ा को दी जाती है, जो इस पर्व की व्यवस्थाओं में सहायक होती है।

सोमवार शाम से लगने लगेगी कतार

हालांकि दर्शन मंगलवार को होंगे, लेकिन अनुमान है कि सोमवार देर शाम से ही श्रद्धालु मंदिर परिसर में कतार लगाना शुरू कर देंगे। नागचंद्रेश्वर मंदिर का महत्व, इसकी दुर्लभता और पुण्यफल के कारण हजारों लोग रातभर कतार में प्रतीक्षा करते हैं। मंदिर प्रशासन को इस बार भी भारी भीड़ की संभावना है।

बढ़ते भक्तों की संख्या और सुरक्षा की चुनौती

हर वर्ष की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ संभावित है, ऐसे में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस, होमगार्ड्स और वालंटियर की तैनाती की जाएगी। लेकिन अगर शीघ्र दर्शन टिकट की व्यवस्था को लेकर अंतिम समय तक असमंजस रहा, तो यह भीड़ प्रबंधन को और जटिल बना सकता है।

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