शिप्रा नदी हादसा, तीसरे दिन भी रेस्क्यू जारी: टीआई अशोक शर्मा का शव मिला, दो पुलिसकर्मी अब भी लापता!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन में शनिवार रात हुए भीषण हादसे ने पूरे जिले को स्तब्ध कर दिया है। शिप्रा नदी में पुल से गिरने वाली कार में सवार तीन पुलिसकर्मियों में से केवल एक का शव बरामद हो पाया है, जबकि दो की तलाश अब भी जारी है। लगातार तीन दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, लेकिन तेज बहाव और गहराई के कारण सफलता नहीं मिल पाई है।

हादसा कैसे हुआ

शनिवार रात उज्जैन से चिंतामन की ओर जा रही पुलिस टीम की कार अचानक पुल से असंतुलित होकर शिप्रा नदी में जा गिरी। कार चला रही थीं कॉन्स्टेबल आरती पाल, जिनकी उम्र 41 वर्ष है। कार उन्हीं की बताई जा रही है। उनके साथ कार में टीआई अशोक शर्मा और एसआई मदनलाल निमामा भी मौजूद थे। टीम एक 14 वर्षीय लापता लड़की के केस की जांच के सिलसिले में निकली थी।

कार का बंपर 3 किलोमीटर दूर मिला

कार का नंबर MP13 CC 7292 है। रविवार को इसका बंपर घटना स्थल से लगभग 3 किलोमीटर दूर भृतहरि गुफा घाट के पास मिला। इससे संभावना जताई जा रही है कि कार और बाकी शव भी आसपास ही मौजूद हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन

रविवार सुबह करीब 8 बजे रेस्क्यू टीम ने टीआई अशोक शर्मा का शव घटना स्थल से 4 किलोमीटर दूर से बरामद किया। हालांकि, एसआई मदनलाल निमामा और कॉन्स्टेबल आरती पाल का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। सोमवार को भी ऑपरेशन जारी रहा, जिसमें NDRF के 30 जवान, होमगार्ड के 20 सदस्य और शिप्रा तैराक दल के 22 सदस्य जुटे रहे। लेकिन नदी के तेज बहाव और कीचड़ के कारण खोजबीन में लगातार मुश्किलें आ रही हैं।

टीआई अशोक शर्मा का अंतिम संस्कार रविवार को उज्जैन के चक्र तीर्थ घाट पर किया गया। इस दौरान एडीजी उमेश जोगा, एसपी प्रदीप शर्मा और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। अशोक शर्मा को उनके बड़े बेटे दर्श शर्मा ने मुखाग्नि दी। एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि अशोक शर्मा के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति और पेंशन दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।

बता दें, कार चला रही कॉन्स्टेबल आरती पाल की निजी जिंदगी भी बेहद दर्दनाक रही है। उनकी शादी नहीं हुई थी और महज छह महीने पहले ही उनके भाई का निधन हुआ था। अब इस हादसे ने परिवार पर और बड़ा आघात दिया है।

प्रत्यक्षदर्शियों और मौके पर मौजूद अधिकारियों के अनुसार, पुल से गुजरते वक्त कार अचानक अनियंत्रित हुई और रेलिंग न होने की वजह से सीधे नदी में जा गिरी। नदी पुल से करीब 12 फीट नीचे है। कार पानी में गिरते ही डूब गई और तेज बहाव उसे दूर ले गया।

घटना की सूचना मिलते ही एसपी प्रदीप शर्मा, निगमायुक्त अभिलाष मिश्रा, अपर आयुक्त संतोष टैगोर, साथ ही होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं और तुरंत रेस्क्यू शुरू किया। लेकिन अब तक दो पुलिसकर्मी लापता हैं, जिससे पूरे जिले में चिंता और बेचैनी बनी हुई है।

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