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सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को और तेज़ करने उज्जैन प्रशासन ने नासिक कुंभ से लिया ‘लर्निंग’ मॉडल, उच्चस्तरीय टीम रवाना; मास्टर प्लान में शामिल होंगे ट्रैफिक, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
2028 में होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने अब सक्रिय मोड पकड़ लिया है। दरअसल, 2027 में महाराष्ट्र के नासिक में कुंभ मेला आयोजित होने वाला है, और वहां की व्यवस्थाएं उज्जैन के लिए एक मॉडल साबित हो सकती हैं। इसी उद्देश्य से उज्जैन प्रशासनिक अधिकारियों का एक उच्चस्तरीय दल नासिक रवाना हुआ है, जहां वे मेले से जुड़ी विभिन्न व्यवस्थाओं का अध्ययन करेंगे।
नासिक कुंभ से उज्जैन को मिलेगी ‘लर्निंग’
नासिक कुंभ में अब केवल डेढ़ वर्ष का समय शेष है और वहां की तैयारियां जोरों पर हैं। भीड़ प्रबंधन से लेकर करोड़ों श्रद्धालुओं के स्नान की सुविधा तक, हर स्तर पर बड़े पैमाने पर काम चल रहा है। उज्जैन से एसीएस (अपर मुख्य सचिव) संजय दुबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को नासिक रवाना हुआ। इस दल में मेला अधिकारी आशीष सिंह, कलेक्टर रोशन सिंह, और नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा शामिल हैं।
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा पर रहेगा फोकस
अधिकारियों का यह दल नासिक में दो दिन तक रुकेगा और वहां की व्यवस्थाओं का मैदान पर निरीक्षण करेगा। टीम यह समझने की कोशिश करेगी कि नासिक में श्रद्धालुओं की एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स किस तरह से व्यवस्थित किए गए हैं, जिससे भीड़ में अव्यवस्था न हो। साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम किस तकनीक और संसाधनों के साथ लागू किया गया है।
सफाई और वेस्ट मैनेजमेंट पर भी विशेष अध्ययन
कुंभ जैसे विशाल आयोजन में सबसे बड़ी चुनौती होती है स्वच्छता और वेस्ट मैनेजमेंट की। उज्जैन के अधिकारी यह भी जानेंगे कि नासिक में मेले से निकलने वाले ठोस और तरल कचरे को किस तरह निष्पादित किया जाता है और नदी की पवित्रता को बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा और रेलवे संचालन की समीक्षा
अधिकारियों की इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यह भी रहेगा कि नासिक में गोदावरी नदी में स्नान के लिए कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, और मेले के दौरान रेलवे विभाग द्वारा श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए कितनी विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इस पूरी व्यवस्था को समझकर उज्जैन प्रशासन सिंहस्थ 2028 के लिए अपने प्लान को और बेहतर करेगा।
पुलिस दल भी जाएगा सुरक्षा व्यवस्था देखने
अधिकारियों की इस टीम के लौटने के बाद उज्जैन से पुलिस अधिकारियों का दल भी नासिक भेजा जाएगा, जो वहां की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था प्रणाली का अध्ययन करेगा। कुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु एक साथ मौजूद रहते हैं, इसलिए पुलिसिंग और इमरजेंसी रिस्पॉन्स की योजना बनाना अत्यंत आवश्यक होता है।
उज्जैन सिंहस्थ के लिए बनेगा मास्टर प्लान
नासिक दौरे से लौटने के बाद यह टीम अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। इन अनुभवों के आधार पर सिंहस्थ उज्जैन 2028 का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इसमें ट्रैफिक, सुरक्षा, स्नान घाटों की व्यवस्था, अस्थायी आवास, स्वास्थ्य सेवाएं और डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
उज्जैन प्रशासन का यह कदम न केवल सिंहस्थ की तैयारियों को वैज्ञानिक और व्यवस्थित दिशा देगा, बल्कि अगले विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।