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उज्जैन में भैरव अष्टमी की भव्य तैयारी — गुरुवार तड़के 4 बजे निकलेगी भगवान कालभैरव की पारंपरिक सवारी, पुलिस जवान देंगे गार्ड ऑफ ऑनर
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
भैरव अष्टमी के पावन अवसर पर इस वर्ष भी उज्जैन में भगवान कालभैरव की पारंपरिक सवारी पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ निकाली जाएगी। आधी रात के पूजन-अर्चन के बाद गुरुवार तड़के सुबह 4 बजे प्रसिद्ध कालभैरव मंदिर से सवारी की शुरुआत होगी। इससे पूर्व मंदिर में भगवान कालभैरव की रजत प्रतिमा का विशेष पूजन किया जाएगा और पुलिस बल द्वारा भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा — यह परंपरा वर्षों से निभाई जा रही है।
शहर भ्रमण के लिए निकलेगी सवारी
भगवान महाकाल के कोतवाल माने जाने वाले श्री कालभैरव की सवारी शाम को नगर भ्रमण के लिए निकलेगी। सवारी में पुलिस के सशस्त्र जवान, बैंड दल, ढोल-नगाड़े, ध्वज, घोड़ा-बग्गी और बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल होंगे। पूरा वातावरण “जय कालभैरव” के जयकारों से गूंज उठेगा।
सवारी पारंपरिक मार्गों से होते हुए भैरवगढ़ क्षेत्र पहुंचेगी। यहां केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के मुख्य द्वार पर भगवान कालभैरव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इस दौरान जेल अधीक्षक और कैदीगण भी भगवान की पालकी का पूजन-अर्चन करेंगे — यह दृश्य हर वर्ष भक्तों के लिए विशेष भावनात्मक क्षण बन जाता है।
सिद्धवट पर होगा पूजन, फिर वापसी कालभैरव मंदिर
भैरवगढ़ से आगे सवारी सिद्धवट क्षेत्र पहुंचेगी। यहां भी पूजन-अर्चन के बाद सवारी पुनः कालभैरव मंदिर लौटेगी। पूरे मार्ग में जगह-जगह भक्तों द्वारा आरती, पुष्पवर्षा और स्वागत किया जाएगा।
शासकीय पूजन और सिंधिया परिवार की परंपरा
परंपरा के अनुसार, भैरव अष्टमी के अगले दिन नगर भ्रमण के बाद मंदिर परिसर में विशेष कार्यक्रम होता है। इस दौरान कलेक्टर सहित प्रशासनिक अधिकारी भगवान कालभैरव की पालकी का पूजन करते हैं। जिला प्रशासन की ओर से शासकीय पूजन किया जाता है, जिसके बाद सिंधिया परिवार द्वारा भेजी गई पारंपरिक पगड़ी भगवान को अर्पित की जाती है।