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बस स्टैंड से बेदखल होगी उज्जैन रूट की बसें
उज्जैन/देवास :- साल दर साल शहर में बढ़ रहे ट्रैफिक की वजह से शहर के बीच से निकले एबी रोड पर जरूरत से ज्यादा दबाव बढ़ता जा रहा है। महात्मा गांधी बसस्टैंड पर एबी रोड पर होने से सभी रूट की बसें बसस्टैंडपर पहुंच रही हैं, जिससे यातायात का दम निकल रहा है। उज्जैन रूट की बसें भी बस स्टैंड पर सालों से आ रही है, जिनके लिए पिछले सिंहस्थ के दौरान उज्जैन रोड इटावा में बसस्टैंड बनाया था। सिंहस्थ व नवरात्रि के दिनों में इस बस स्टैंड का उपयोग उज्जैन रूट की बसों के आने-जाने के लिए किया जाता है। उसके बाद फिर से बसें बसस्टैंड पर पहुंचने लगती हैं। इन बसों की वजह से भी यातायात प्रभावित होता है। उज्जैन रूट की बसों का स्थाई बस स्टैंड करने का प्लान इटावा बस स्टैंड का चल रहा है। इसके अलावा अन्य रूट की बसों को भी बस स्टैंड से बाहर किया जाएगा।
जिला प्रशासन व यातायात विभाग की प्लानिंग के पीछे 100 दिन में शुरू होने वाली सिटी बसों का फायदा पहुंचाना भी सामने आ रहा है। अगर बस स्टैंड से निजी बसों का बाहर नहीं किया जाएगा तो सिटी बसों के खड़े रहने तक की जगह नहीं बचेगी। इसके साथ ही बस स्टैंड से, जो भी बसें चलेंगी उनमें सवारियों की संख्या भी अधिक रहेगी, क्योंकि शहर का व्यक्ति बसों में बैठने के लिए बस स्टैंड से बाहर ऑटो व मैजिक में बैठकर नहीं जाएगा।इस तरह से निजी बस संचालकों को तगड़ा आर्थिक नुकसान होने वाला है, वहीं निजी बसें बाहर होने से शहर का यातायात सुगम हो जाएगा। नगर-निगम के मार्फत प्रथम कलस्टर में 24 सिटी बसों का संचालन शुरू होना है, जिसका टेंडर हो चुका है। सूत्रों के अनुसार 24 बसों के संचालन का टेंडर उज्जैन की यादव बस कंपनी को मिला है।प्रथम फेज में यातायात विभाग उज्जैन रूट की बसों को बस स्टैंड से बाहर कर रहा है, क्योंकि इन बसों के लिए सालों से इटावा में बस स्टैंड बना हुआ है।
इटावा बस स्टैंड से हटेंगी उपनगरीय बसें
सालों से इटावा बस स्टैंड से उलटा इंदौर रूट पर चलने वाली 60 से अधिक उपनगरीय बसों का संचालन होता है। बस चालक अपना नंबर आते ही बस स्टैंड से तेज गति से बस दौड़ाते हुए उज्जैन ओवरब्रिज से होते हुए बस स्टैंड तक पहुंचते हैं। इस बीच यातायात का दबाव काफी रहता है, जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। इन बसों को इटावा बस स्टैंड से हटाकर भोपाल चौराहे के पीछे या विकास नगर करने का प्लान चल रहा है।
आने वाले समय में बायपास से चलेंगी बसें
ऐसा भी बताया जा रहा है कि आने वाले सालों में शहर के बीच बस स्टैंड से चलने वाली निजी बसों को बाहर कर दिया जाएगा। इन बसों का संचालन देवास के दोनों तरफ से निकले इंदौर-भोपाल व उज्जैन मक्सी बायपास पर बसस्टैंड बनाकर किया जाएगा। बसें शहर से बाहर होगी तो शहर का यातायात सुगम होगा, क्योंकि आने वाले सालों में जिस गति से वाहन बढ़ रहे हैं, उसी गति से ट्रैफिक भी बढ़ेगा।
रूट बसों की संख्या
देवास से उज्जैन 25
देवास, भोपाल, ब्यावरा, इंदौर 300
देवास बस स्टैंड से इंदौर 40
देवास-इंदौर उपनगरीय 80
ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाली बसें 50
कर रहे धोखा
2005 रोडवेज का संचालन मप्र सरकार ने बंद कर दिया था। इस दौरान निजी बस संचालकों ने सरकार की मदद करते हुए तत्काल बसें अनुबंध पर शुरू की। शासन की मदद करते हुए राज्य परिवहन व आरटीओ को टैक्स भी दिया है। आज इन मालिकों की बसों को बस स्टैंड से बाहर करने का प्यान किया जा रहा है, जो धोखा है
शहर में बढ़ते यातायात के दबाव को कम करने के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्लान तैयार किया जा रहा है। इस पर अमल होगा या नहीं इस पर अधिकारी ही निर्णय लेंगे।