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एसपी ने किया माधवनगर थाने का औचक निरीक्षण; सीएसपी से कहा- मेरे निरीक्षण में आप फेल
उज्जैन | मंगलवार रात 8 बजे एसपी सचिन अतुलकर माधवनगर थाने का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। यह देख थाने में मौजूद अमला घबरा गया। कोई टोपी ठीक करने लगा तो कोई वर्दी व बेल्ट। टीआई की कुर्सी पर बैठते ही एसपी ने गुंडा, निगरानी, हिस्ट्रीशीटर रजिस्टर मंगवाया। मौजूद सीएसपी सतीश समाधिया से पूछा थाना क्षेत्र में गुंडे कितने हैं, सीएसपी बोले दिखवाता हूं। एसपी ने फिर अगला सवाल किया आप कभी खुद भी निगरानी गुंडों को चेक करने जाते हैं, सीएसपी ने जवाब दिया सर थाने वालों से चेक करवाता हूं, एसपी बोले तो फिर आप क्या करते हैं। एसपी कुछ कहते उससे पहले ही सीएसपी बोल पड़े, सर 26 जनवरी को ही माधवनगर को बेस्ट थाने का अवार्ड मिला। यह सुनते ही एसपी ने जवाब दिया मिला होगा मेरे निरीक्षण में आप तो फेल हो गए।
इतना बोल एसपी गुंडा रजिस्टर व अन्य रजिस्टर के पन्ने पलटने लग गए। सीएसपी समाधिया से कहा माधवनगर में 76 गुंडे, 42 निगरानी शुदा बदमाश है। रात में कभी आप खुद चेक करने निकलो, उन्हें घर से उठाकर लाओ व पूछताछ करो ताकि उनमें धाक रहे। इसी बीच रोजनामचा एंट्री पर नजर गई। पूछा 23 तारीख को सर्कल भ्रमण में यह किसने एंट्री की है, कुछ देर बाद जवाब मिला, पुलिस जवान संतोष ने।
वे बोेले यह एकदम फर्जी है। सर्कल में जिसे चेक किया उसका नाम क्यों नहीं लिखा, एएसपी विनायक वर्मा से कहा नोट करो नोटिस देना है। छह माह में एक ही हिस्ट्रीशीटर चेक करने पर टीआई को भी नोटिस देने को कहा। फिर पूछा टीआई कहा है, जवाब मिला चैकिंग कर रहे। एसपी ने कहा अभी बुलवाएं, टीआई एमएस से स्टाफ की जानकारी ली। फिर शस्त्रागार, विवेचक कक्ष, सीसीटीवी निगरानी कक्ष व बंदी गृह देखा। बंदीगृह में लाइट नहीं होने पर नाराज हुए। अंदर जाकर बंदियों से भी बात की। जब्त वाहनों को देखा फिर थाने के स्टाफ से पूछा कौन कब से पदस्थ है। सजा व विभागीय जांच के बारे में भी पूछा। यह भी बोले कोई समस्या हो तो मुझे कभी भी आकर बता सकते हैं। थाने में पुराने भवन के स्थान पर नए भवन का प्रपोजल तैयार करने के निर्देश देकर वे चैकिंग इंतजाम देखने रवाना हो गए।