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गंभीर रूप से बीमार बच्चों को चरक अस्पताल में ही मिल सकेगा इलाज
उज्जैन | चरक अस्पताल में संचालित पीआईसीयू (पिडियाट्रिक इंटेनसिव केयर यूनिट) में गंभीर बच्चों को उपचार दिया जा सकेगा। पीजीआई एमईआर चंडीगढ़ में शिशु रोग विशेषज्ञों व स्टाफ को एक माह की विशेष ट्रेनिंग देकर चिकित्सा प्रणाली व मशीनों के बारे में बताया जाएगा। दिसंबर से चरक अस्पताल के पीआईसीयू में दो वेंटिलेटर व मल्टी पैरा मानिटर का संचालन शुरू कर किया जाकर गंभीर बीमारियों का उपचार संभव हो सकेगा। बच्चों को इंदौर रैफर नहीं करना पड़ेगा।
चरक का पीआईसीयू 16 बेड का है। यहां पर 18 साल तक के बच्चों को भर्ती रख कर उपचार दिया जाता है। यूनिट में गंभीर बच्चों का पूरा इलाज किया जा सके, इसके लिए शासन ने चंडीगढ़ अस्पताल से अनुबंध किया है। यहां पर शिशु रोग विशेषज्ञों को अत्याधुनिक चिकित्सा प्रणाली व नए संसाधनों के बारे में अवगत कराया जाएगा। प्रशिक्षण बुधवार से 30 नवंबर तक दिया जाएगा। चरक अस्पताल से शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.वाय के शाक्य को भेजा है। चरक अस्पताल के पीआईसीयू में दो वेंटिलेटर हैं। ट्रेनिंग से लौटने के बाद इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ.राजू निदारिया ने बताया मल्टी पैरा मानीटर को भी शुरू किया जाकर बच्चों को चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाएगी। चंडीगढ़ में उज्जैन के अलावा छिंदवाड़ा, भोपाल, रतलाम,मुरैना व दतिया के चिकित्सकों को भी इस प्रकार की ट्रेनिंग दी जाएगी।