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नेटवर्क से हुई परेशानी, ऑनलाइन होते ही जिला चिकित्सालय में बढ़ी मरीजों की कतार
उज्जैन। जिला चिकित्सालय सहित अन्य शासकीय अस्पतालों में अब मरीजों के पंजीयन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था हो गयी है। सर्वर तथा नेटवर्क की समस्या होने के कारण मरीजों के ओपीडी तथा आईपीडी पर्चे बनने में भी वक्त लग रहा है इस कारण अस्पतालों में कतार की स्थिति बानी हुई है। दूसरी तरफ ऑनलाइन व्यवस्था होते ही जिला चिकित्सालय के पर्चो से सिंधीया का नाम हट गया है।
पूर्व में जिला योजना समिति के माध्यम से जिला चिकित्सालय का नाम माधव राव सिंधिया के नाम पर कर दिया गया था और वर्त्तमान जिला चिकित्सालय भवन का अधिकांश हिस्सा सिंधिया परिवार द्वारा ही निर्मित है। ऑनलाइन पर्चो पर सिंधिया का नाम न होकर केवल जिला चिकित्सालय प्रिंट हो रहा है, सिंधिया समर्थक कह रह है कि प्रशासकीय स्वीकृति तथा प्रक्रिया अनुरूप नामांकरण हुआ था फिर नाम कैसे विलोपित किया जा रहा है।
दर्ज करायेगे आपत्ति
सिंधिया समर्थको तथा कांग्रेसजनो ने आपत्ति दर्ज कराई है तथा कहा है कि अस्पताल प्रबंधन से पूछेंगे कि प्रशासकिय पक्रिया के विरुद्ध जाकर जिला चिकित्सालय के पर्चो से माधवराव सिंधिया का नाम क्यों हटाया गया?
इनका है कहना
सरकार का जो सॉफ्टवेयर है उसमे उज्जैन ही नहीं वरन पुरे प्रदेश भर में पर्चो पर जिला चिकित्सालय दर्ज हो रहा है, इस सम्बन्ध में बात की जाएगी कि जो नाम विलोपित हो रहा है वह अंकित हो सके।
– डॉ. राजू निदानिया सीएचएमओ
हम पूंछेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है
हम सीएचएमओ से पूछेंगे कि जब प्रशासकीय प्रक्रिया के तहत योजना समिति ने जिला चिकित्सालय का नाम श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय किया था तो नाम क्यों हटाया गया?
– राजेंद्र भारती, पूर्व विधायक