अलर्ट: पास के जिले में घोड़ासन गैंग सक्रिय : एसपी ने जारी की सूचना, सुरक्षा के निर्देश

मंदसौर में की वारदात

जिले में एक चोर गिरोह के आने की संभावना है। बिहार के घोड़ासन की गैंग पास के जिलों में वारदात के लिए पहुंच चूकी है। इन बदमाशों के यहां पहुंचने की आंशका को देखते हुए पुलिस सजग हो गई है। रविवार को चुनाव को लेकर पुलिस कंट्रोल रूम में हुई बैठक में एसपी सचिन अतुलकर इस संबंध में एक पत्र जारी कर मातहतों को सावधान रहने के निर्देश दिए है।

एसपी द्वारा जारी पत्र में घोड़ासन गैंग की पूरी जानकारी तफ्सील से दी गई है। इसमें बताया कि गिरोह में कितने सदस्य है। ये किस तरह से शहर में आते कहां रहते और किन संस्थानों को निशाना बनाते है। बदमाशों की पूरी कार्यप्रणाली के साथ ही एहतियात बरतने के तरीके भी बताए है।

एसपी ने गिरोह से लोगों को सावधान रहने के लिए पंप्लेट भी छपवाए है जो व्यापारियों को सर्तक करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा किए जाएंगे। बताया जाता है कि गिरोह ने मंदसौर में वारदात कर दी है।

उनके तरीके के अनुसार अब वे पास के किसी शहर को निशाना बना सकते है। याद रहे हाल ही में पुलिस ने बिहार के ही आठ बदमाशों को पकड़ा था। गहने चमकाने के नाम पर महिलाओं से ठगी करने वाले सभी बिहार के ही थे और मंदसौर से ही पकड़ाए थे।

नहीं मिल सकता वापस माल 
चोरी किया माल लेकर एक सदस्य तुरंत ट्रेन के रास्ते नेपाल रवाना हो जाता है। दूसरी चोरी में दूसरे सदस्य शामिल हो जाते है। गांव से सटे होने के कारण नेपाल में इनकी वहां अच्छी पहचान होती है इसलिए वहीं आसानी से सामान बेंच देते है। इसलिए इनके पकड़ाने पर भी माल मिलना संभव नहीं होता। वहीं किसी के पकड़ाने पर साथी नेपाल भाग जाते है।

क्या है घोड़ासन गैंग 
नेपाल से सटे बिहार के मोतिहारी के एक गांव का नाम है घोड़ासन। यहां पर करीब ३० गिरोह सर्किय है, जिनमें २०० से ज्यादा लोग देश भर में चोरी करने जाते है। एक गिरोह में ५ से 10 सदस्य होते है। इनमें दो तीन दूबले-पतले बाकी पहलवान टाईप के होते है। गिरोह के मुखिया को सेठ कहा जाता है, जो पूरे गिरोह का खर्चा उठाता है। इनका दिन में परिवार को कॉल जाता है तो वे समझ जाते है कि सब ठीक है।

कैसे करते वारदात 
गिरोह स्टेशन या तय वारदात स्थल के पास बी-सी क्लास की होटलों में अलग-अलग रहते है। दिन में इलेक्ट्रानिक दुकान/शोरूम पर ग्राहक के रूप में पहुंचकर सामान व सुरक्षा इंतजाम तक का पता लगाते है। रात में साथी पहलवान शटर उचकाते है। दो-तीनन दूबले साथी उसमें कर बक्से तोड़कर मोबाइल, घड़ी, लेपटॉप व महंगे आईटम बेग में भरकर ले जाते है।

ऐसे रहे सावधान

  •  दुकानों में सीसी टीवी कैमरे,अलार्म दुरूस्त रखे।
  •  संस्थान के पास संदिग्ध दिखने पर पुलिस को सूचित करें।
  •  संदिग्ध की साथियों से बातचीत या सेठ नाम से बोलने पर सर्तक रहे।
  •  संस्थान के सुरक्षाकर्मियों को भी गिरोह के संबंध में अलर्ट करे।
  •  होटल, लाज, धर्मशाला, प्रबंधक ग्राहकों के चालू मोबाइल की पुलिस को जानकारी दे।
    फिलहाल जिले में घटना नहीं हुई है और न गिरोह की सूचना है, लेकिन समीप के मंदसौर में घटना हुई है। गिरोह की अपराध के तरीके को देखते हुए फोर्स को सावधान किया गया है। व्यापारियों को अलर्ट करने के लिए पर्चे छपवाएं है।
    सचिन अतुलकर, एसपी

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