पंचकोशी यात्रा में स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए प्रशासन अलर्ट, हर पड़ाव पर अस्थाई अस्पताल, डॉक्टर और मेडिकल टीम तैनात; 24×7 मिलेगी चिकित्सा सुविधा!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन की पवित्र पंचकोशी यात्रा में श्रद्धालुओं की सतत और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा व्यापक स्वास्थ्य व्यवस्थाएं लागू की जा रही हैं। इस कड़ी में सोमवार, 21 अप्रैल को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. अशोक कुमार पटेल ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छत्रीचौक का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान दो स्टाफ अनुपस्थित पाए गए, जिनके खिलाफ कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए। डॉ. पटेल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि पंचकोशी यात्रा के दौरान स्वास्थ्य केन्द्रों की सभी व्यवस्थाएं अद्यतन रहें और आवश्यक दवाएं, उपकरण तथा स्टाफ की पूर्ण उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
कलेक्टर रौशन कुमार सिंह के निर्देशानुसार पंचकोशी यात्रा मार्ग पर आने वाले मुख्य और उप पड़ाव स्थलों पर अस्थाई अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं। इन अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागचन्द्रेश्वर, गुदरी चौराहा, पिंगलेश्वर (मुख्य पड़ाव), त्रिवेणी शनि मंदिर (उप पड़ाव), राधौ पिपल्या (उप पड़ाव), करोहन (मुख्य पड़ाव), नलवा (उप पड़ाव), अंबोदिया (मुख्य पड़ाव), सोडंग (उप पड़ाव), कालियादेह (उप पड़ाव), जैथल (मुख्य पड़ाव) और उण्डासा (मुख्य पड़ाव) पर अस्थाई चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं। इन सभी केंद्रों पर दवाओं, प्राथमिक उपचार सामग्री, स्ट्रेचर, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
सीएमएचओ डॉ. पटेल द्वारा इन स्थलों का निरीक्षण कर प्रत्येक अस्पताल में सुविधाएं सुचारू रूप से संचालित हों, इसके निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। प्रत्येक पड़ाव पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो चिकित्सा व्यवस्थाओं की जवाबदेही सुनिश्चित करेगा। साथ ही सेक्टर अधिकारी भी तैनात किए गए हैं जो क्षेत्रीय समन्वय में सहायक होंगे।
इस यात्रा के दौरान विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी यात्री स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे। मेडिकल स्टाफ को निरंतर उपस्थित रहकर श्रद्धालुओं की सेवा करने की जिम्मेदारी दी गई है। यह व्यवस्था उज्जैन जिला प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता का प्रमाण है, जो न केवल धार्मिक आयोजनों की भव्यता में योगदान दे रही है, बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।