सिंहस्थ 2028 की तैयारी में प्रशासन की दोहरी रफ्तार, कलेक्टर नीरज सिंह ने दिए 2 शिफ्ट में काम के निर्देश; मानसून से पहले पूरे होंगे सभी कार्य

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन में सोमवार की सुबह प्रशासनिक हलचल तेज़ रही, जब ज़िले के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने समयावधि पत्रों की गंभीर समीक्षा करते हुए सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक का नेतृत्व किया। कलेक्टर सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस महाकुंभ के भव्य और सफल आयोजन के लिए हर विभाग को द्वितीय पाली (2 शिफ्ट) में कार्य करना होगा और समयबद्ध लक्ष्य को प्राप्त करना ही प्राथमिकता होगी।
बैठक में बीडीसी द्वारा अब तक किए गए कार्यों की सराहना की गई, वहीं यूडीए, लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एमपीआरडीसी, नगर निगम सहित सभी विभागों को दोहरी गति से कार्य करने के निर्देश मिले। मुख्य सचिव अनुराग जैन के निर्देशानुसार, अब प्रतिदिन ‘एंड ऑफ द डे मीटिंग’ आयोजित कर कार्य प्रगति की रिपोर्ट तैयार की जाएगी और ठेकेदारों के साथ समीक्षा की जाएगी।
मानसून से पहले कार्यों के पूरे होने का लक्ष्य – कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिया कि वर्षा ऋतु के आगमन से पहले सभी कार्यों की दैनिक कार्य योजना बनाकर उन्हें लक्ष्य अनुसार पूर्ण किया जाए, ताकि किसी भी परिस्थिति में कार्य बाधित न हो।
विक्रम व्यापार मेला बना आकर्षण का केंद्र – बैठक में कलेक्टर ने विक्रम व्यापार मेले में वाहनों की बिक्री की प्रगति की जानकारी ली, जहां यह बताया गया कि अब तक 31,000 से अधिक वाहन बेचे जा चुके हैं। यह मेले की सफलता और जनता की भागीदारी का प्रमाण है।
पंचक्रोशी यात्रा के लिए तैयारियां अंतिम चरण में – पवित्र पंचक्रोशी यात्रा के सफल संचालन हेतु सभी विभागों को 18 अप्रैल तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। विशेष रूप से जल स्रोतों की साफ-सफाई, बावड़ियों, कुओं और तालाबों के संरक्षण एवं स्वच्छता कार्यों को प्राथमिकता दी गई।
जल गंगा संवर्धन अभियान पर विशेष ज़ोर सप्त सागर उन्नयन, नदी तटों पर पौधारोपण, जलस्रोतों की सफाई और संरक्षण जैसे कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सभी एजेंसियों को अभियान में गंभीरता से सहभागी बनने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मानसून से पहले पौधारोपण योजना तैयार कर उन्हें संरक्षित रखने की व्यवस्था की जाए।
जनसंपर्क विभाग को सौंपा दस्तावेजीकरण का जिम्मा – कलेक्टर ने सभी विभागों से अपील की कि वे अभियान से संबंधित समस्त कार्यों का दस्तावेजीकरण सुनिश्चित करें और समय पर जनसंपर्क विभाग को सूचनाएं उपलब्ध कराएं, जिससे संकलन और प्रचार में किसी प्रकार की देरी न हो।
उपार्जन कार्यों की समीक्षा – किसानों को राहत बैठक में बताया गया कि अब तक 96,394 किसान पंजीकृत हो चुके हैं और 187 खरीदी केंद्रों पर 29,8703 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। इसके साथ ही करीब 776.629 करोड़ रुपए की राशि किसानों को देय की जा रही है। चना, मूंग, मसूर और सरसों जैसे अन्य फसलों की खरीदी पर भी कलेक्टर ने ध्यान केंद्रित करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया।
बड़ी परियोजनाओं पर तीखी निगरानी बैठक के दौरान मेडिसिटी मेडिकल कॉलेज, सिंहस्थ बायपास, हरिफाटक ओवरब्रिज, कालभैरव मार्ग, कान्हा क्लोज़ डक्ट परियोजना, सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी जल परियोजना, घाटों की सफाई और पुलिस हाउसिंग सहित अनेक महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की गई। साथ ही स्वास्थ्य और ऊर्जा विभाग को भी कार्यों की त्वरित गति से पूर्णता के लिए निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ जयति सिंह, अपर कलेक्टर महेंद्र सिंह कवचे, एडीएम प्रथम कौशिक, यूडीए सीईओ संदीप सोनी सहित सभी प्रमुख विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।