CM मोहन यादव के आगमन से पहले प्रशासनिक तैयारियां तेज, तराना में कलेक्टर और अधिकारियों ने किया स्थल निरीक्षण; 20 मार्च को CM मोहन यादव करेंगे नर्मदा-क्षिप्रा परियोजना का लोकार्पण

मध्य प्रदेश के विकास की नई इबारत लिखने जा रही नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना का भव्य लोकार्पण 20 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कर-कमलों से किया जाएगा। यह ऐतिहासिक परियोजना प्रदेश के किसानों को सिंचाई का स्थायी समाधान प्रदान करेगी, जिससे उनकी कृषि उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी। साथ ही, उद्योगों और आम नागरिकों के लिए पेयजल आपूर्ति को सुनिश्चित कर जल संकट से राहत देने का कार्य करेगी।
बता दें, इस लोकार्पण कार्यक्रम के साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तराना में श्री तिलभांडेश्वर महादेव मंदिर में नए महंत के चादर विधि कार्यक्रम एवं महारुद्र यज्ञ में भी शामिल होंगे। ऐसे में इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। रविवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने एसडीएम राजेश बोरासी, एसडीओपी भविष्य भास्कर और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण किया। इस दौरान जूना अखाड़ा आयोजन समिति के गोविंद सोलंकी, डॉ. राहुल कटारिया, तराना नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि रूपेश परमार, पार्षद महेश जोशी सहित कई लोग उपस्थित रहे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, साल 2017 में प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त करने वाली इस परियोजना को पुनरीक्षित लागत ₹2489.65 करोड़ में मंजूरी मिली थी। इसके बाद ₹1856.70 करोड़ की लागत से एल एंड टी कंस्ट्रक्शन, चेन्नई को इसका अनुबंध सौंपा गया था। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत नर्मदा जल को भूमिगत पाइपलाइन प्रणाली के माध्यम से 100 गांवों के 30,218 हेक्टेयर भूमि तक पहुंचाया जाएगा।
इससे उज्जैन जिले के तराना और घट्टिया तहसील के 83 गांवों की 27,490 हेक्टेयर भूमि और शाजापुर जिले की शाजापुर तहसील के 17 गांवों की 2,728 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का लाभ मिलेगा। इतना ही नहीं, उद्योगों और घरों में जल आपूर्ति के लिए भी यह परियोजना बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी।
जल आपूर्ति के प्रभावशाली आंकड़े
परियोजना के तहत – उज्जैन जिले के उद्योगों और पेयजल आपूर्ति के लिए 129.60 एमएलडी जल
नागदा नगर के लिए 129.60 एमएलडी जल
तराना, घट्टिया व गुराड़िया गुर्जर में प्रत्येक के लिए 21.60 एमएलडी पेयजल
शाजापुर जिले के गांव समूह व शाजापुर नगर के लिए 43.20 एमएलडी पेयजल
मक्सी में पेयजल व उद्योगों के लिए 43.20 एमएलडी जल उपलब्ध होगा।
वहीं, ओंकारेश्वर जलाशय (ग्राम बड़ेल, जिला खंडवा) से इस परियोजना के लिए पानी भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से 435 मीटर ऊंचाई तक उद्वहित किया जाएगा। इसके लिए 6 पंपिंग स्टेशन और 50 पंप मोटर लगाए गए हैं, जिनके संचालन के लिए 89 मेगावाट विद्युत की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, मुख्य पाइपलाइन और वितरण प्रणाली के लिए 2254 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है, जिससे 2.5 हेक्टेयर के प्रत्येक चक तक जल पहुंच सकेगा।