- सिंहस्थ 2028 को लेकर बड़ी बैठक — संभागायुक्त आशीष सिंह बोले: “गुणवत्ता और सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा”; शिप्रा और कान्ह नदी पर ₹778 करोड़ से बनेंगे आधुनिक घाट, श्रद्धालुओं को मिलेगी नई सुविधाएं!
- मावठे के बाद ठंडी हवाओं ने बढ़ाई सर्दी — उज्जैन में वूलन मार्केट में लौटी रौनक, सुबह-शाम बढ़ी रफ्तार!
- महाकाल के दरबार में शुक्रवार तड़के दिव्य भस्म आरती — पंचामृत से हुआ अभिषेक, रजत चंद्र और मुण्डमाला से सजा भगवान का स्वरूप
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में अलौकिक गणेश रूप में सजे बाबा महाकाल — पंचामृत अभिषेक, कपूर आरती और रजत श्रृंगार ने मोहा भक्तों का मन
- भस्मारती के बीच गूंजा “जय श्री महाकाल” — राजा स्वरूप में हुए भगवान महाकाल के दिव्य दर्शन, चांदी के पट खुलते ही उमड़ी भक्तों की भीड़
पापी कौन ?
काशी में प्रतापमुकुट नाम का राजा राज्य करता था। उसके वज्रमुकुट नाम का एक बेटा था। एक दिन राजकुमार दीवान के लड़के को साथ लेकर शिकार खेलने जंगल गया। घूमते-घूमते उन्हें तालाब मिला। उसके पानी में कमल खिले थे और हंस किलोल कर रहे थे। किनारों पर घने पेड़ थे, जिन पर पक्षी चहचहा रहे थे। दोनों मित्र वहाँ रुक गये और तालाब के पानी में हाथ-मुँह धोकर ऊपर महादेव के मन्दिर पर गये। घोड़ों…
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