मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पुलिस कर्मियों के लिए बड़ी घोषणाएं: नए वाहन, आधुनिक थाने और 8500 से अधिक भर्तियां जल्द, कहा – पुलिस बल को मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
बाबा महाकाल की नगरी में शनिवार सुबह एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस कर्मियों के साथ रंगों के त्योहार होली का उत्सव मनाया। पुलिस लाइन में आयोजित इस होली मिलन समारोह में मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा और बलिदान को नमन करते हुए कहा कि “पुलिस समाज की सुरक्षा के लिए जीवित मानव दीवार है, जो हर चुनौती का सामना कर नागरिकों को सुरक्षित माहौल प्रदान करती है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि होली का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जाता है, लेकिन पुलिसकर्मियों के लिए यह दिन भी एक बड़ी चुनौती बनकर आता है। जब आम नागरिक अपने परिवार के साथ त्योहारों का आनंद लेते हैं, तब पुलिसकर्मी चौकसी में जुटे रहते हैं, ताकि हर कोई सुरक्षित रह सके। उन्होंने कहा, “हमारे सुरक्षा कर्मी होली, दीपावली और सभी त्योहारों पर अपने घर-परिवार से दूर रहकर समाज की रक्षा करते हैं। ऐसे में समाज में उनका विशेष सम्मान और स्थान होना स्वाभाविक है।”
कोविड काल में निभाई थी अहम भूमिका
मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के साहस और बलिदान को याद करते हुए कहा कि कोविड महामारी के दौरान, जब पूरा देश अपने घरों में था, तब पुलिसकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना मैदान में डटे रहे। यह सेवा भारत के इतिहास में कर्तव्यनिष्ठा का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने कहा, “हमारी पुलिस फोर्स पर पूरे देश को गर्व है, और उनकी सेवा व समर्पण को सरकार हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता देती रहेगी।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के लिए कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस साल का अब तक का सबसे बड़ा 4 लाख 21 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया है, जिसमें पुलिस विभाग को विशेष प्राथमिकता दी गई है।
पुलिसकर्मियों के लिए नए वाहनों की स्वीकृति दी गई है।
प्रदेश भर में थानों के नए भवनों के निर्माण को मंजूरी दी गई है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में समाज विरोधी ताकतों से मुकाबला करने के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी।
6600 से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती हाल ही में पूरी की गई है।
अब 8500 से अधिक नए कॉन्स्टेबल और सब-इंस्पेक्टर की भर्ती भी शीघ्र निकाली जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मियों के निजी जीवन को बेहतर बनाने के लिए सरकारी आवास की प्रक्रिया को और आसान किया गया है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार सभी विभागों में नई भर्तियों पर तेजी से कार्य कर रही है, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
पुलिस बैण्ड की पुन: स्थापना – पुलिस का गौरव लौटेगा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस बैण्ड की पुन: स्थापना पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि “पुलिस बैण्ड हमारी फोर्स का गौरव है, जो गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्वों की गरिमा को बढ़ाता है।” सरकार ने हर जिले में पुलिस बैण्ड को फिर से स्थापित करने और इसके लिए नए पद सृजित करने का फैसला लिया है।
शहीद पुलिसकर्मी को दी श्रद्धांजलि, मातृशक्ति से की चर्चा
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाल ही में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए इंदौर के थाना प्रभारी श्री संजय पाठक को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाएगा और सरकार उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस सेवा में कार्यरत महिला पुलिस कर्मियों (मातृशक्ति) से चर्चा की और उन्हें मिठाई खिलाकर होली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि “महिला पुलिसकर्मी जिस निष्ठा और समर्पण से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं, वह सराहनीय है। सरकार उनके सशक्तिकरण के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी।”
रंगों की बौछार और उल्लास का माहौल
समारोह के अंत में पुलिस कर्मियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर फूलों की बौछार की और उनके साथ होली खेली। मुख्यमंत्री ने भी रंगों में सराबोर होकर पुलिस कर्मियों के साथ इस त्योहार का आनंद लिया।
इस भव्य आयोजन में सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, संभागायुक्त संजय गुप्ता, एडीजीपी उमेश जोगा, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, एडीशनल एसपी गुरु पाराशर, नीतेश भार्गव, जनप्रतिनिधि संजय अग्रवाल, रवि सोलंकी, पुलिस अधिकारी और जवान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री का संदेश – “पुलिस समाज का अभिन्न हिस्सा, उनका सम्मान हमारी जिम्मेदारी”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि “पुलिस बल समाज की रीढ़ है। उनकी सतर्कता और सेवा के कारण ही प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनी रहती है। उनकी कठिनाइयों को समझना और उनके हितों की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है। हम सभी को पुलिसकर्मियों का सम्मान करना चाहिए और उनके योगदान को पहचानना चाहिए।”